बेटी को राजकुमारी बनाने के लिए पिता ने बना डाला एक देश
लेकिन वर्जीनिया के एक व्यक्ति ने इस बात को हकीकत में बदल डाला।
वर्जीनिया में रहने वाले जेरेमिया हिटन ने अपनी सात वर्षीय बेटी एमिली से वादा किया था कि वह उसे राजकुमारी बनाएगा। अपनी बात को पूरी करने के लिए हिटन ने रेगिस्तान में मीलों यात्रा की। उसे खोज थी एक ऐसे क्षेत्र की जिस पर मिस्र और सुदान में से किसी का भी हक न हो।
आखिरकार, 'बिर ताविल' क्षेत्र पहुंच कर उसकी खोज खत्म हुए और उसने वहां अपने बच्चों द्वारा डिजाइन किया हुआ झंडा गाड़ कर उस जमीन पर अपना हक जताया। वहां से लौटकर आने बाद हिटन और उसकी पत्नी ने मिलकर अपनी बेटी के लिए एक ताज बनाया और अपने दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर उसे राजकुमारी घोषित किया। राजकुमारी एमेली का क्षेत्र 800 वर्ग मील का है, जिस पर आज तक सुदान या मिस्र में से किसी ने भी दावा नहीं किया था।
इस क्षेत्र की खोज में हिटन ने रेगिस्तान में 14 दिनों की यात्रा की। तब जाकर उसे उत्तर-पूर्वी अफ्रीका में यह क्षेत्र मिला। वहां की जनसंख्या शून्य है। हिटन ने बताया कि एक बार उसकी बेटी एमिली ने यह प्रश्न किया था कि क्या वह कभी सच में राजकुमारी बन सकती है। इतना ही नहीं हिटन के तीन बच्चों ने मिलकर देश का झंडा तक बना डाला था, और अपने ख्वाबों के देश को नाम दिया था 'किंगडम ऑफ नार्थ सूदान'। हिटन के बच्चे अपने देश के द्वारा अफ्रीका के गरीब बच्चों की मदद करना चाहते हैं।
वहीं, हिटन का कहना है कि अब उनका अगला कदम होगा कि सूदान और मिस्र के सामने उसके राज्य उत्तरी सूदान को पहचान मिले।