बिहार में कोसी का जलस्तर बढ़ा, खाली कराए गए चार जिले
बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि नेपाल सरकार ने शनिवार को ही सूचित कर दिया है कि भूस्खलन की वजह से कोसी नदी में दस मीटर की ऊंचाई तक पानी का प्रवाह होगा जिससे कोसी तटबंध के भीतर बसे लोग प्रभावित होंगे।
उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा संबंधित मुख्य अभियंता एवं जिला पदाधिकारियों को अलर्ट जारी कर एहतियात बरतने एवं जरूरी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है।
खाली कराए चार जिले
लिहाजा, यह निर्देश के अंर्तगत कोसी तटबंध के अंदर बसे लोगों से शीघ्र ही जगह खाली करने को कहा गया है। वे अपने जिला प्रशासन द्वारा स्थापित शिविर में जाकर शरण ले सकते हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कोसी के निकट के चार जिलों को खाली करने का निर्देश दिया गया है। चौधरी ने बताया कि प्रभावित होने वाले जिलों सुपौल, मधुबनी और सहरसा के जिला पदाधिकारियों को शिविरों में शरण लेने वालों के लिए आवश्यक सुविधा मुहैय्या कराने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही बचाव एवं राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की गयी है।
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि कोसी तटबंध के भीतर बसे गांवों में लाखों की संख्या में लोग रहते हैं, ऐसे में जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि जलस्तर में वृद्धि होने के पूर्व उक्त इलाके को खाली करा लिया जाए।
2008 में आया था प्रलयकारी बाढ़
गौरतलब है कि 2008 में कोसी नदी का तटबंध टूटने से आयी प्रलयकारी बाढ़ के कारण उत्तर बिहार के पांच जिलों में आयी त्रासदी में 250 लोगों की मौत हो गई थी और तीस लाख लोग बेघर हो गये थे।