बालिका शिक्षा के लिए मोदी ने दान किए अपने तोहफे
अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्रव मोदी अक्सर अपने भाषणों में गुजरात मार्डल की बात करते है। सत्ता की हैट्रिक लगाने वाले मोदी ने गुजारत के विकास को पंख लगा दिए है। जो रेतीला गुजरात अपने पानी की समस्या को लेकर परेशान था वो अब विकास की राहत पर अग्रणी हो गया है। दुनियाभर के लोग वहां निवेश करने में जुटे है। मोदी ने गुजरात के विकास के लिए अपना खून पसीना एक कर दिया। उन्होंने एकबार फिर से इस दिशा को गति प्रदान करने के लिए अपना सारा तोहफा दान कर दिया है। मोदी ने राज्य में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपने सारे तोहफे दान में दे दिए है।
मोदी ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2001 से अबतक मिले अपने सारे तोहफे दान कर दिए है। इन तोहफों से राज्य सरकार को तकरीबन 26.54 लाख रुपए की प्राप्ति होगी। मोदी ने राज्य को 3,064 तोहफे दान में दिए जो उन्हें बतौर मुख्यमंत्री के तौर पर लोगों से मिले थे। इन तोहफों में 103 सोने और चांदी से बनी कलाकृतियां है जिनका मूल्य तकरीबन 14 लाख के बराबर है। वहीं बहुमूल्य घड़ियां, किताबें, भगवान की बेशकीमती मूर्तियां आदि भी इन तोहफों में शामिल है।
मोदी पहली बार दान नहीं कर रहे है बल्कि इससे पहले भी वो 13 बार अपनी वस्तुएं राज्य खजाने और लोककार्यों को लिए दान कर चुके है। इससे पहले नबंवर 2001 में मोदी ने अपने 15,464 तोहफे दान किए थे, जिसकी निलामी से राज्य सरकार को 18.91 करोड़ रुपए की आमदनी हुई थी। जिस राज्य के विकास के लिए इस्तेमाल किया गया था। मोदी द्वारा दान किए गए तोहफो की निलामी होगी जिससे जो भी आय होगा उसे राज्य में लड़कियों की शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए खर्च किया जाएगा। ये निलामी अलग-अलग जगहों पर की जाती है। माना जा रहा है कि मोदी द्वारा दान किए गए तोहफों को अहमदाबाद, आनंद, भावनगर, वडोडरा शहरों में निसामी किया जाएगा।
लड़कियों के लिए दान किए तोहफे
मोदी ने गुजरात में लड़कियों की शिक्षा के लिए अपने तोहफे दान कर दिए है। दान किए गए इन तोहफों की निलामी से जो भी राशी प्राप्त होगी उसे बालिका शिक्षा में लगाया जाएगा।
विकास के लिए दान
मोदी ने 2001 से अब तक उन्हें मिले सारे तोहफे राज्य के लिए दान कर दिए। उन्होंने लगभग 18,710 तोहफे दान किए।
बालिकाओं के लिए दान
इन तोहफों में 103 सोने और चांदी से बनी कलाकृतियां है जिनका मूल्य तकरीबन 14 लाख के बराबर है। वहीं बहुमूल्य घड़ियां, किताबें, भगवान की बेशकीमती मूर्तियां आदि भी इन तोहफों में शामिल है।
तोहफो का मोह नहीं
इससे पहले नबंवर 2001 में मोदी ने अपने 15,464 तोहफे दान किए थे, जिसकी निलामी से राज्य सरकार को 18.91 करोड़ रुपए की आमदनी हुई थी। जिस राज्य के विकास के लिए इस्तेमाल किया गया था।