आपसी लड़ाई से संबंध खराब नहीं करें भारत-पाकिस्तान: नवाज शरीफ
दोहरा चरित्र दिखाते हुए नवाज शरीफ ने दोनों देशों को शांति और अमन की नसीहत दे रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में कश्मीर को राष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए उसे पाकिस्तान की धड़कन करार दिया।अपनी गतिविधियों पर लगाम लगाने की बजाए नवाज शरीफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को युद्ध पर अपने संसाधन बर्बाद करने के बजाय गरीबी का मुकाबला करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।
संबंधों का ज्ञान बांटने वाले नवाज शरीफ ने एक बार भी अपने संबोधन में पाकिस्तान की ओर से हो रहे सीजफायर के उल्लघंन पर चर्चा नहीं की। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि उनका देश अपनी सरजमीं की हिफाजत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
शरीफ ने भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा कि युद्ध पर अपने संसाधनों और उर्जा खर्च करने की बजाय गरीबी, जहालत और बीमारियों के खिलाफ मिलकर जंग छेड़ना चाहिए।