पाक जेल में बंद भारतीय कैदियों की गुहार: रिहा नहीं करा सकते तो मौत दे दो
भारतीय कैदियों ने लिखा है कि भारत पाकिस्तान की कॉमन ज्यूडिशियल कमेटी हमारे पास जेल में तीन बार मिलने आ चुकी है, अब हमारी सरकार से प्रार्थना है कि वह ऐसी किसी भी कमेटी को हमारे पास न भेजे। इनके कार्य करने के अंदाज से हमें पता चल गया है कि देश की सत्ता हमसे और हमारे परिवार से खिलवाड़ कर रही है। पत्र में कैदी कुलदीप यादव, कृपाल सिंह, धर्म सिंह, मुहम्मद फरीद, तिलक राज, मकबूल लोन, अब्दुल मजीद, शंभू नाथ, सुरजा राम, महिंदर सिंह व पुनवासी ने हस्ताक्षर किये हैं।
कैदियों का कहना है कि यह बेहद शर्मनाक है कि कई कैदी अपनी सजा पूरी कर चुके हैं और रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। हमने जिस दिन यह पत्र लिखा उसी दिन हमारे एक साथी की मौत हो गयी। पंजाब के चमेल सिंह को भी सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया। पत्र में एक कैदी पुनवासी का जिक्र है जिसके बारे में कहा गया है कि उसकी सजा को पूरी हुए तीन साल हो, उसके जैसे 21 अन्य कैदी भी हैं जो अपनी रिहाई की उम्मीद लगाये बैठे हैं। भारत सरकार इन्हें या तो रिहा करवाये या फिर बार बार ये कमेटी जेल में भेजना बंद करे।
सांसद अविनाश राय खन्ना का कहना है कि वह यह पत्र केंद्र सरकार के सामने रखेंगे।