सब्जी खरीदो और बजट बिगाड़ो क्योंकि प्याज हुआ बेकाबू और टेढ़ी हुई भिंडी
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। डॉक्टरों, बुजुर्गों और बड़ों को अकसर ये कहते सुना गया होगा कि 'सब्जी खाओ सेहत बनाओ', मगर आज की जो हालत है उसके हिसाब से अगर कोई ये कहता सुनाई दे कि 'सब्जी खरीदो और बजट बिगाड़ो' तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। ऐसा हम इसलिये कह रहे हैं क्योंकि सब्जी की कीमतों में आग लग गई है जो आम आदमी की जेब और स्वाद दोनों को जला रही है। सबसे ज्यादा मुसीबत तो प्याज ने खड़ी कर दी है। राजधानी में प्याज की कीमत 60 से 65 रुपये प्रति किलो पहुंच चुका है।
वैसे सीधी और हरी दिखने वाली भिंडी भी कम नहीं है। वो तो इस तरह टेढ़ी हो गई है कि संभाल में ही नहीं आ रही। दिल्ली में भिंडी की कीमत 40 रुपये प्रति किलो है। टमाटर की तो बात ही ना करिये। उसे देख कर तो ऐसा लग रहा है जैसे उसने आम आदमी का खून चूस कर लाल हुआ हो। खुदरा बाजार में टमाटर की कीमत 55 रुपये प्रति किलो है। हालांकि टमाटर के दाम कुछ सस्ते हुए है। सबसे ज्यादा भाव प्याज खा रहा है। कुदरत ने वैसे ही प्याज को इंसानों को रुलाने की ताकत बख्शी है लेकिन अब उसे खरीदने में भी आंखों में आंसू आ रहे है।
दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 60 से 65 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुकी है जो एक हफ्ते पहले तक 38 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा था। आप सुनकर हैरान हो जायेंगे कि जून 2012 से लेकर अबतक 114 फीसदी महंगा हो चुका है प्याज। सब्जी विक्रेताओं का रटा रटाया जवाब होता है कि उन्हें आगे की मंडी से ही महंगी सब्जियां मिलती हैं ऐसे में वे कुछ नहीं कर सकते। हालांकि कुछ वजह वाजिब भी है जिसके मुताबिक महाराष्ट्र और कर्नाटक में प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश से खराब हो गई है प्याज की खेती जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक ही देश को 45 फीसदी तक प्याज की सप्लाई करते हैं।