DSP की हत्या यूपी कानून व्यवस्था पर तमाचा: भाजपा
प्रदेश में कोई सरकार नाम की चीज है भी या नहीं?
हिंसा में सीओ समेत तीन लोगों की संघर्ष में मौत होना, क्षेत्राधिकारी का रिवाल्वर लूट ले जाना, एक बस्ती में दिन दहाड़े आग लगा देना तथा कई लोगों का घायल हो जाना यह दर्शाता है कि यह संघर्ष कई घंटों तक चला तथा हिंसा के ताण्डव पर नियंत्रण नहीं किया जा सका। सरकार की पुलिस और उसका प्रशासन असहाय दिखा।
प्रदेश अध्यक्ष बाजपेई ने आरोप लगाया कि यह हिंसा उस क्षेत्र में हुई जहाँ का प्रतिनिधित्व सरकार का एक ताकतवर मंत्री करता है। प्रदेश के सपा सरकार के मंत्रियों, विधायकों तथा सांसदों का आचरण निन्दनीय तथा अराजकतापूर्ण है। गोण्डा के मंत्री का दर्जा पाये केसी पाण्डेय, सीएमओ के साथ जबर्दस्ती करने वाले मंत्री पण्डित सिंह तथा शिक्षक को तमाचा मारने वाले सपा विधायक गुड्डू पण्डित समेत ज्यादातर सपा के ताकतवर लोग कानून व्यवस्था अपने हाथ में लिए हुए हैं।
पुलिस और प्रशासन के अच्छे अधिकारियों का मनोबल टूटा हुआ है। इस कारण से प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बेहाल है। बाजपेई ने मांग की कि इस घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो तथा घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही हो। उन्होंने सपा सरकार को चेताया कि शीघ्र से शीघ्र प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम करने की ठोस पहल करें।