उसके सफर के साथ ही तय हो गई थी उसकी मौत
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की मौत से जुड़ा एक बड़ा राज आज जब दुनिया के सामने आ गया है तो इसपर सकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है। दरअसल नासा के मिशन कोलंबिया के प्रोग्राम मैनेजर वेन हेल ने ये सनसनीखेज खुलासा किया है। वेन के मुताबिक जिस दिन कल्पना चावला ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी, उसी दिन उनकी मौत की तारिख तय हो गई थी। सिर्फ कल्पना ही नहीं बल्कि उनके साथ गए 7 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के अंत का अलार्म भी डिस्कवरी यान के साथ बज चुका था। अंतिरक्ष दौरे के 16 दिनों तक ये लोग मौत के साये में रहे, पल-पल की जानकारी नासा स्पेस सेन्टर को देते रहे लेकिन नासा ने सब जानते हुए भी इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी।
वेल के मुताबिक कोलंबिया स्पेस शटल के उड़ान भरते ही पता चल गया था कि ये सुरक्षित जमीन पर नहीं लौट पाएगा । जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि आखिर घटना के 10 साल बाद ये खुलासा क्यों किया गया तो उन्होंने बताया कि नासा के वैज्ञानिक दल नहीं चाहते थे कि मिशन पर गये अंतरिक्ष यात्री हर पल अपनी जिंदगी घुटघुट कर जिंए इसलिए उन्होंने इस बारे में कोई भी जानकारी अंतरिक्ष यात्रियों को नहीं दी ।अपनी दलील देते हुए वेल ने कहा कि अगर उन्हें बता भी दिया जाता तो वो आक्सीजन खत्म होने तक स्पेस के चक्कर काट सकते थे। आक्सीजन खत्म होने के बाद उन्हें मरना ही पड़ता। ये खुलासा इतना खौफनाक है कि लोग इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे है। लेकिन सच्चाई यही है कि अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष का खिताब जीतने वाली कल्पना की मौत उसके सफर के साथ ही तय हो गई थी।