आतंकी हेडली के प्रत्यर्पण पर अमेरिका ने भारत को किया इंकार
अटार्नी जनरल ने कहा कि मुंबई में 26/11 को हुए हमले में उसने बड़ी भूमिका निभाई है। जिसमें 164 लोग मारे गये थे। लेकिन उसने हमें जानकारियां देकर हमारी मदद भी की अत: उसके लिए 30-35 साल की सजा सही रहेगी। उन्होने यह बातें अपने 20 पृष्ठीय दस्तावेज में कही।
हेडली द्वारा दी गई जानकारियों के सम्बंध में उन्होने कहा कि उसने हमें लश्कर ए तैयबा से जुड़े व्यक्तियों, ढांचों, तरीकों और क्षमताओं के साथ ही इस संगठन की योजनाओं की भी जानकारी दी है। उसने सात अन्य के खिलाफ भी आपराधिक आरोप दाखिल करने में मदद की है। उसने भारत के अधिकारियों से भी इस सम्बंध में सात दिनों तक बात की और अधिकारियों के सवालों का जवाब दिया।
उसके सहयोगों को देखते हुए हमने उसे आजीवन कारावास की सजा नहीं दी। हम उम्मीद करते हैं कि वह आगे भी हमारी मदद करता रहेगा। 26 नवंबर 2011 को हुए मुंबई हमले में 4 अमेरिकी नागरिक भी मारे गये थे। जिसके आधार पर उसे आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की जा रही थी।