किंगफिशर के उड़ान लाइसेंस की समय सीमा खत्म, शेयर गिरे
गौरतलब है कि किंगफिशर कंपनी पर 7,524 करोड़ रूपये का कर्ज है, इसके अलावा कंपनी को 8000 करोड़ का घाटा हो चुका है। पिछले दिनों कंपनी ने शिड्यूल्ड आपरेटर्स परमिट (एसओपी) के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कंपनी से उड़ानों का संचालन फिर से शुरू करने के लिए पूछा था कि कंपनी आवश्यक धन का प्रबंधन कैसे करेगी। जिस पर कंपनी कोई ठोस योजना नहीं बता सकी थी। अत: अब उसके फ्लाइंग परमिट की समय सीमा खत्म कर दी गयी है।
कंपनी को फिर से उड़ानों का संचालन शुरू करने के लिए 6.52 अरब रूपये की जरूरत है। पिछले दिनों वेतन न मिल पाने के कारण कंपनी के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी। कर्मचारियों के प्रबंधन के साथ की गयी कई मीटिंग के बाद भी बात नहीं बनी।
इस दौरान बांबे स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयरों में 2.36 फीसदी की गिरावट देखी गई और शेयर 14.75 रूपये के निचले स्तर पर बंद हुए। जबकि पिछले कारोबारी सत्र में शेयरो का भाव 15.28 रूपये था।
फिलहाल फिर से उड़ानों का संचालन प्रारम्भ होना बेहद मुश्किल माना जा रहा है क्योंकि वित्तीय संकट से निपटने की कंपनी के पास कोई ठोस योजना नहीं है।