26/11 के एनएसजी कमांडो को न्याय दिलाने निकले केजरीवाल
केजरीवाल ने एक प्रेसवार्ता की, जिसमें पूर्व एनएसजी कमांडो सुरिंदर सिंह मौजूद थे। केजरीवाल के साथ बैठकर सुरिंदर ने पेंशन को लेकर अपनी व्यथा मीडिया के समक्ष रखी। सुरिंदर ने कहा कि उसने मुंबई हमलों के दौरान आतंकियों से जंग लड़ी, जिसमें वो घायल भी हुआ, लेकिन आज वो अपने जीवन के उस कठिन दौर से जूझ रहा है, जिसमें सरकारी पेंशन तक नहीं मिल रही है। 26/11 हमले में घायल होने के बाद सुरिंदर एनएसजी के लिये अयोग्य हो गये, जिस वजह से उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी। सुरिंदर ने कहा कि उन्हें न तो पेंशन मिलती है और न ही मेडिकल सहायता।
केजरीवाल द्वारा आयोजित इस प्रेसवार्ता के तुरंत बाद सरकार भी हरकत में आ गयी और सबसे पहले प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने ट्विटर के जरिये कहा कि सुरिंदर को प्रति माह 25,254 रुपए पेंशन दी जाती है। वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय मनीष तिवारी ने कहा कि अब तक सुरिंदर को 31 लाख रुपए दिये जा चुके हैं।
इस पर जब दोबारा सुरिंदर से मीडिया ने सवाल किये, तो उन्होंने कहा कि सरकार के दावे झूठे हैं।