किसान गजानन घड़गे ने खोली अरविंद केजरीवाल की पोल
महाराष्ट्र के गांव खुर्सापुर के रहने वाले गजानन घड़गे ने मराठी न्यूज चैनल से किये गये बातचीत में कहा है कि उसका ना तो गडकरी से कोई झगड़ा है और ना ही सिचाई विभाग से। उल्लेखनीय है कि गजानन बुधवार सुबह अचानक लापता हो गए थे, जिसके बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। लेकिन गुरुवार सुबह गजानन घर लौट आए और कहा कि वह डर के चलते घर से चले गए थे। वहीं दूसरी तरफ इंडिया अगेंस्ट करप्शन के ही एक सदस्य और पूर्व आईपीएस अधिकारी वाईपी सिंह ने भी केजरीवाल पर आरोप लगाया है। वाईपी सिंह ने बुधवार को अपने फेसबुक वॉल पर लिखा था कि केजरीवाल गिने-चुने ढंग से आरोप लगा रहे हैं।
वाईपी सिंह ने कहा कि एक खास मंत्री के खिलाफ भी सारे सबूत मौजूद थे मगर केजरीवाल ने उनका नाम नहीं लिया। वाईपी सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन करते हुए महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे अजित पवार ने बिना सार्वजनिक नीलामी के लवासा की 348 एकड़ जमीन लेक सिटी कॉरपोरेशन को 23 हजार रुपये प्रति महीने के किराए पर 30 साल के लिए लीज पर दे दी। पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुंबई में छोटे से छोटा फ्लैट भी किराए पर इतने रुपये में नहीं मिलता है। वाईपी सिंह का कहना है कि इस मामले के सारे कागजात अरविंद केजरीवाल के पास थे, लेकिन उन्होंने इसे सार्वजनिक नहीं किया। वाईपी सिंह ने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, दामाद सदानंद सुले और भतीजे अजित पवार पर मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।