खत्म हो गया गोरखपुर किसानों का धरना
उपायुक्त एमएल कौशिक ने संघर्ष समिति के प्रधान हंसराज सिवाच व अन्य सदस्यों को सम्मानपूर्वक माला पहनाकर धरना समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने किसानों के धरना समाप्त करने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि गोरखपुर के किसानों ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। गोरखपुर, बड़ोपल व काजहेड़ी के किसानों की सकारात्मक सोच से क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलेंगे।
उपायुक्त ने सरकार व प्रशासन की ओर से किसानों की पूरी मदद देने का आश्वासन दिया। किसानों व क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। किसानों ने संयंम रखकर आखिर में विकास को समझते हुए सरकार व प्रशासन का सहयोग करने का निर्णय लिया, जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
प्रधान हंसराज सिवाच ने सरकार व प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रशासन व सरकार का किसानों को हर संभंव सहयोग मिला। प्रशासन व सरकार ने किसानों को अनेक फायदे पहुचाने के वायदे किए, जिस पर वे खरे भी उतरे है। उन्होंने कहा कि उनका धरना 36 बिरादरी के हक के लिए था। किसानों ने प्रशासन से सहयोग कर अपनी जमीन के मुआवजा राशि के चैक लिए है, जो यह दर्शाता है कि किसान सरकार व प्रशासन के साथ चलते हुए विकास के पक्षधर है।
फतेहाबाद के गोरखपुर में लगने वाले परमाणु बिजली संयंत्र के लिए अब तक 854 किसानों ने 419 करोड़ 82 लाख रूपए की धनराशि के चैक मुआवजे के रूप में प्राप्त कर लिए हैं। गोरखपुर में लगने वाले परमाणु बिजली संयंत्र के लिए लगभग सभी किसानों ने अपनी जमीन के बदले मुआवजा राशि के चैक प्राप्त कर लिए हैं।
अब तक गांव गोरखपुर के 704 किसानों ने 380 करोड़ 41 लाख रूपए, गांव बड़ोपल के 123 किसानों ने 38 करोड़ 11 लाख रूपए तथा गांव काजहेड़ी के 27 किसानों ने 1 करोड़ 30 लाख रूपए की मुआवजा राशि के चैक प्राप्त कर लिए है। इस प्रकार प्लांट के लिए अधिगृहित की जाने वाली कुल 1503 एकड़ में से 1366 एकड़ के किसानों ने अपना मुआवजा प्राप्त कर लिया हैं।