डीयू छात्रसंघ पर NSUI का कब्जा
चुनाव प्रचार के दौरान छात्र संघ चुनाव में इस बार एबीवीपी की लहर मानी जा रही थी, लेकिन नतीजा इसके एकदम विपरित आया है। परिणाम आने के बाद एनएसयूआई समर्थकों में जश्न का माहौल है, तो एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने डीयू पर काउंटिंग में धाधली का आरोप लगाया है। इस समय दिल्ली यूनिवर्सिटी में एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर हंगामा किया जा रहा है।
चुनाव में प्रेजिडेंट पद पर अरुण हुड्डा, वाइस प्रेजिडेंट पद पर वरुण खारी और सेक्रेटरी पद पर वरुण चौधरी विजयी रहे। डूसू में अध्यक्ष पद के लिए मैदान में 13 उम्मीदवार थे। उपाध्यक्ष के लिए 7 और सचिव और संयुक्त सचिव के लिए 9-9 उम्मीदवार मैदान में थे। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के बीच में था।
इस चुनाव में ज्यादातर छात्र संगठनों का जोर छात्रों के लिए छात्रावास की समस्या का समाधान करना, कॉलेजों में पानी की समस्या, लाइब्रेरी में किताबों की समस्या और डीटीसी बसों के अलावा अन्य बसों और मेट्रो में किराए में छूट की समस्या थी।