अस्पताल से नवजात बच्चे का शव लेकर भागा कुत्ता
मूल रूप से बिहार के रहने वाले दलीप पल्ला में रहते हैं। दलीप अपनी पत्नी अनीता (28) को पल्ला पीएचसी (प्राइमरी हेल्थ सेंटर) लेकर गए, वहां से डॉक्टरों की सलाह पर बीके अस्पताल में भर्ती करा दिया। अनीता ने रात 12:50 बजे अनीता ने एक बच्ची को जन्म दिया। डाक्टरों ने कहा कि बच्चे की मौत हो चुकी है।
अनीता को वार्ड नंबर 105 में शिफ्ट कर दिया गया। उसकी ननद किरण मृत बच्ची के साथ फर्श पर बैठी विलाप कर रही थी। सुबह करीब 4 बजे उसके बच्चे ने शौच कर दिया तो अनीता मृत बच्चे को फर्श पर रखकर सफाई करने लगी।
इस बीच एक काला कुत्ता आया और बच्चे का शव उठाकर भागने लगा। इस पर वहां दूसरे मरीजों के घरवारों ने दौड़कर नवजात के शरीर को कुत्ते से किसी तरह गैलरी में ही छुड़वा लिया।
सवाल यह है कि आखिर यह कुत्ता अस्पताल के प्रथम तल पर बने प्रसूति वार्ड तक कैसे पहुंचा? यहां कुत्तों की आवाजाही पर कोई रोकटोक नहीं है। मैटरनिटी वॉर्ड को इंफेक्शन की दृष्टि से काफी संवेदनशील माना जाता है। डॉक्टरों, स्टाफ व मरीज तक को जूते-चप्पल के साथ अंदर जाना मना है, वहां कुत्ते आराम से मटरगस्ती कर रहे हों इसे क्या कहा जाए। पढ़ें- हरियाणा का मुख्य मुद्दा गीतिका सुसाइड केस।