आपको बता दें कि सेना ने विजय कुमार को सूबेदार मेजर बनाया है जो जूनियर कमीशन अधिकारियों के रैंक में आता है। हालांकि विजय ने सम्मान समारोह में पत्रकारों से कहा कि मैं पदोन्नति से खुश हूं। मुझे जूनियर कमीशन अधिकारियों में सर्वोच्च रैंक (सूबेदार मेजर) दिया गया है लेकिन मुझे कमीशन मिलने का इंतजार है जिसमें पांच छह महीने लगेंगे। मैं इंतजार करूंगा।
उन्होंने कहा कि यह अधिकारी रैंक का पद नहीं है। यह जूनियर कमीशन रैंक है, यह सीनियर कमीशन रैंक (अधिकारी पद) नहीं है। विजय ने कहा कि अजय माकन सर ने भी आश्वासन दिया है। उन्होंने याद दिलाया कि कैबिनेट ने भी विधेयक पास किया है कि अगर आप पदक लाते हो तो आपको आईएएस रैंक का पदक दिया जायेगा। देखते हैं क्या होता है। पर सूत्र बता रहे हैं कि सेना के मानकों के अनुसार ही उन्हें पद दिया जा सकता है। वैसे सेना इसके लिए उनकी व्यवस्था कर रही है जिससे उन्हें अधिकारी बनाया जा सके।
राष्ट्रपति बना सकते हैं अधिकारी
एक सूत्र ने बताया कि विजय कुमार को सूबेदार मेजर के बाद अधिकारी बनाने की अनुमति सिर्फ राष्ट्रपति बना सकते हैं। हालांकि इसके लिये कुछ नियमों का अनुसरण करना होता है। सूत्र ने बताया कि सेना विजय कुमार को पूरी मदद मुहैया कराएगी जिससे वे सेना में अहम अधिकारी की भूमिका में आ जाएं।