रसिक प्रिंसिपल को उसी की पत्नी ने स्कूल में घुस कर पीटा
प्रिंसिपल ने किसी तरह कमरे में बंद होकर जान बचाई। महिला का आरोप था कि प्रधानाचार्य ने मिट्टी का तेल छिड़क कर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की थी। सूचना पर सहपऊ थाना पुलिस आई। घंटों दोनों थाने में बैठे रहे। थाने में प्रिंसिपल सिर झुकाए बैठे रहे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस शहर में जलेसर रोड मानिकपुर के लाल बहादुर स्त्री इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गिर्राज सिंह गहलोत की पत्नी की मौत हो गई थी। वह दोबारा शादी करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अखबारों में जीवनसाथी की तलाश में विज्ञापन दिया था। उसके बाद बाबली बड़ौत बागपत निवासी गीता चौधरी उनके संपर्क में आई।
गीता का दावा है कि प्राचार्य ने उससे शादी कर उसे काफी दिनों तक अपने साथ रखा। गीता के मुताबिक प्रिंसिपल का अब मन भर गया है। वह कहते हैं अब तीसीरी लाऊंगा। इसलिए अब उसकी उपेक्षा कर रहे हैं और उसे प्रताड़ित करते हैं। वह पहले भी कई बार एसपी आफिस में गहलोत के खिलाफ शिकायत दर्ज करा चुकी है। गहलोत उसके आरोपों को झूठा बताते हैं।
कुछ दिन पहले गीता आगरा रोड पर सड़क पर लेट गई थी। तब भी खासा हंगामा हुआ था। वह कल फिर कई लोगों के साथ मानिकपुर में कॉलेज पहुंच गई। प्राचार्य का आरोप है कि इन लोगों ने उनके साथ गालीगलौज की। उन्हें पीटने लगे तो उन्होंने कमरे में बंद होकर खुद को बचाया। काफी देर तक शोर-शराबा मचता रहा। बाद में पुलिस आई और इन दोनों को थाने लाई। देर शाम तक दोनों थाने में ही कुछ अन्य लोगों के साथ मौजूद थे। महिला का आरोप था कि उस पर शनिवार को फिर सादाबाद के निकट मिट्टी का तेल छिड़क कर जलाने की कोशिश की गई। प्रधानाचार्य का कहना था कि वह कई दिनों से इस रास्ते से जा भी नहीं रहे।
गीता चौधरी ने थाने में रो-रोकर बताया, मैं शादीशुदा हूं और दो संतानें भी हैं। पति के लापता होने के बाद मैं मायके में बाबली बड़ौत रह रही थी। संतानें पति के पास थी। विज्ञापन के बाद प्रिंसिपल ने मुझे दिल्ली के एक होटल में मिलने को कहा । 25 मार्च को प्रिंसिपल ने मुझसे हिंदू रीति से शादी कर ली। फिर वह मुझे घर ले आए कुछ दिन पत्नी के रूप में रखा। लेकिन उनके बड़े बेटे ने हमें घर से निकाल दिया और हंगामा करने लगा।
वह कहने लगा बुढापे में शादी कर रहे हो और पिता को कोसने लगा। डर से प्रिंसिपल ने कंचन नगर में एक किराए के मकान में रख दिया लेकिन मुझसे मुंह मोड़ लिया।' गीता का आरोप है कि अब भी प्रिंसिपल उसे यातनाएं दे रहा है और पत्नी मानने को तैयार नहीं है।' दूसरी ओर प्रधानाचार्य गिर्राज सिंह गहलोत ने अच्छा कानूनी पेंच फंसा दिया। उन्होंने माना कि शादी के विज्ञापन के बाद गीता चौधरी उनके संपर्क में आई थी। उन्होंने उसे किराए के मकान में रखवाया भी लेकिन शादी नहीं की।
उन्होंने बताया कि उनकी शर्त थी कि गीता अपने पिछले पति से तलाक के कागजात दिखा दे तो वह शादी कर लेंगे। महिला कह रही है कि मैं अपने पति से अलग रह रही हूं। तलाक लेने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरने की जरुरत पड़ेगी। पर हकीकत है कि वह तीसरी की तलाश में हैं।