प्रणब के लिए अफजल गुरु समेत 11 की दयायाचिका छोड़ जाएंगी पाटिल
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल अपने कार्यकाल के दौरान कई दया याचिकाओं को निपटाने में कामयाब रही पर वह अफजल गुरु की दया याचिका को नहीं निपटा सकीं। इसलिए अब लोगों की नजर प्रणब पर रहेगी कि अफजल गुरु को लेकर उनकी क्या रणनीति रहती है। वैसे अफजल के अलावा प्रतिभा पाटिल ने जिन अन्य 11 याचिकों को प्रणब के लिए छोड़ा है उसमें गुरमीत सिंह (यूपी) की भी एक दया याचिका है। गुरमीत पर 17 अगस्त, 1986 को एक ही परिवार के 13 सदस्यों की हत्या का आरोप है। 28 सितंबर, 2005 उन्हें मौत की सजा सुनाई थी।
वहीं
प्रणब
के
सामने
धर्मपाल
(हरियाणा)
की
भी
एक
दया
याचिका
है।
धर्मपाल
पर
पांच
लोगों
की
हत्या
के
लिए
दोषी
ठहराया
गया
था।
उन्हें
1999
को
मौत
की
सजा
सुनाई
गई
थी।
प्रणब
को
सुरेश
और
रामजी
(यूपी)
के
दोनों
भाईयों
की
भी
याचिकाओं
को
निपटाना
पड़ेगा।
इन
दोनों
को
भी
पांच
सदस्यों
की
हत्या
का
दोषी
पाया
गया।
इन्हें
2
मार्च,
2011
को
मौत
की
सजा
सुनाई
गई।
सूत्रों
ने
बताया
कि
प्रणब
भले
ही
अन्य
11
दया
याचिकाओं
को
निपटा
लें
पर
अफजल
गुरु
पर
वह
कुछ
निर्णय
कर
पाएं
इसकी
संभावना
न
के
बराबर
है।
क्योंकि
कुछ
कांग्रेसी
नेता
अफजल
गुरु
को
वोट
के
लिए
बना
रखना
चाहते
हैं।
इसलिए
संभव
है
कि
प्रणब
मुखर्जी
इस
दया
याचिका
पर
संभव
है
कि
कोई
कठोर
फैसला
कर
पाएं।