कंप्यूटर पर वायरस का हमला, बंद हो जाएगा इंटरनेट
ऐसा मानना है कि इसके बाद इस वायरस से प्रभावित कंप्यूटरों का इंटरनेट कनेक्शन बंद हो जाएगा। एफबीआई ने आपरेशन घोस्ट क्लिक के तहत पिछले साल साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सर्वरों का नियंत्रण ले लिया था। एफबीआई ने इनकी जगह वैध सर्वर लगाए लेकिन इन सर्वरों की अनुमति नौ जुलाई 2012 तक ही है।
डीएनएस चेंजर वर्किंग ग्रुप के आंकड़ों के हवाले से फर्म ने कहा है कि अमेरिका तथा इटली के बाद भारत डीएनएस से प्रभावित तीसरा सबसे बड़ा देश है। इसके अनुसार दुनिया भर में इस वायरस से प्रभावित लगभग 3,00,000 इस तरह के कंप्यूटर हैं। भारत में इससे प्रभावित कंप्यूटरों की संख्या 21,300 आंकी गई है।
इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रेस्पोंस टीम के एक अधिकारी ने कहा कि भारत में लगभग 50,000 कंप्यूटर डीएनएसचेंजर मालवेयर से प्रभावित पाये गए हैं। उनमें से आधे से अधिक की सफाई की जा चुकी है। हम प्रभावित कंप्यूटरों की खोज कर रहे हैं जिन्हें इंटरनेट पहुंच में बाधा हो सकती है।
इस बीच एफबीआई ने आगाह किया है कि दुनिया भर में लगभग उन तीन लाख कंप्यूटरों का इंटरनेट कल बंद हो सकता है जो कभी (एल्यूरियोन:डीएनएसचेंजर बॉट) वायरस से प्रभावित हुए थे। एफबीआई ने कंप्यूटर उपयोक्ताओं से कहा है कि वे अपने कंप्यूटरों की जांच कर लें कि वह इस मालवेयर से प्रभावित तो नहीं है।