दुल्हन बना कर की लड़के की विदाई
उर्मिला अपने मामा के घर ही रहती है। 17 जून, रविवार को जब उसका बेटा सोनू दुल्हन लेकर घर आया तो दुल्हन के कपड़ों में एक लड़के को भेज दिया गया। पोल न खुल जाए, इसलिए उग्रसेन की पत्नी साथ आ गई और जल्दी ही दुल्हन को घर ले जाने की जिद करने लगी ताकि 18 जून को सुंदर की शादी हो जाए। दूल्हे से हट्टी-कट्टी व लंबी बहू पर उन्हें शक हो गया, लेकिन उसके परिजन जल्दी ही उक्त लड़के को अपने साथ ले गए।
अगले दिन 18 जून, सोमवार को सुंदर की बरात तिगड़ाना आई तो ग्रामीणों ने धोखे का बदला लेने के लिए बिचौलिये को बैठा लिया और दुल्हन को भेजने से इन्कार कर दिया। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस गांव में पहुंची और दोनों पक्षों को थाने में तलब कर लिया। दूल्हे सुंदर के भाई महावीर ने दुल्हन की जगह लड़का भेजने के आरोप को निराधार बताया है।
उन्होंने कहा कि लड़की की उम्र कम है, इसलिए उन्होंने उसे भेजने से इन्कार कर दिया था। डीएसपी सदर थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी वीरेंद्र सैनी ने कहा कि दोनों पक्षों में समझौते के प्रयास चल रहे हैं। उन्हें बुधवार सुबह 10 बजे थाने में बुलाया गया है। दोनों ही पक्षों ने माना है कि शर्मिला की उम्र 13-14 साल है, जिसकी शादी करना गैरकानूनी है। दुल्हन की जगह लड़का भेजा या नहीं, इससे ज्यादा गंभीर बात नाबालिग की शादी की है।