बाबा रामदेव का हाथ थाम सकते हैं वीके सिंह
जनरल वी.के.सिंह ने सेना प्रमुख के रूप में 31 मार्च 2010 को कार्यभार संभाला था। 62 वर्षीय वी.के.सिंह सेना में 42 बयाइलिस वर्ष तक योगदान देने के बाद हुई सेवानिवृत होने के बाद पहली बार भिवानी पहुंचे है। कार्यक्रम में जनरल वी के सिंह ने कहा कि मुझे आज बडी खुशी हुई कि क्षेत्रीय समाज के लोगों द्वारा इतना प्यार व मान-सम्मान मिला जिसके लिए व तमाम उम्र आभारी रहुगां। उन्होंने युवा पीढी से आह्वान किया है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आगे आकर देश व प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ें।
जनरल सिंह ने लोगों को कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मुहीम शुरू हुई है उस मुहिम में सबको साथ मिलकर चलना चहिए। जनरल वीके सिंह ने कहा कि 42 साल नौकरी करने के बाद वो अभी आये है और अभी अपने भविष्य के बारे में विचार करेगें। वीके सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे व बाबा रामदेव ने जो मुद्दे उठाए है वे देश हित में है तथा वे आम जनता से भी अपील करते है कि इन मुद्दों का जनता समर्थन करे वो स्वंय भी इन मुद्दो का समर्थन करते है।
उन्होंने राजनीति में अपनी रूचि को नकारा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में आने के बारे अभी तक उन्होने कोई विचार नहीं किया है। भ्रष्टाचार देश की सबसे बड़ी समस्या है और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सबको मिलकर लडऩा होगा। बीजेपी में आने के प्रश्र पर बोलते हुए जनरल वीके सिंह ने कहा कुछ लोग बहुत कुछ कहने की कोशिश करते है और कुछ लोग कीचड़ उछालने की भी कोशिश कर रहे है ऐसे लोगों से सावधान रहिये।
उन्होंने कहा कि वे ईमानदारी से अपना काम करते है तथा करते रहेगें। उन्होंने नए आर्मी चीफ विक्रम सिंह द्वारा उनके फैसले में तब्दीली करने के प्रश्र पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह फैसला विक्रम सिंह का है तो उनसे ही पूछना चहिए।