रामदेव बोले हिम्मत है तो सामने से गोली चलाये सरकार
इसी दौरान बाबा रामदेव ने रामलीला मैदान पर आंदोलन के दौरान हुए व्यवहार की चर्चा की और जमकर सरकार को कोसा। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान में केंद्र सरकार ने जो वार किया था, वो उनकी कायरता को दिखाता था। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को हमला ही करना था तो सामने से क्यों नहीं गोली चलाती है। हमेशा पीछे से ही वार करती है।
रामदेव ने एक बार फिर कालेधन के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है, और देश व्यावी आंदोलन पर निकल चुके है। अपना देशव्यापी आंदोलन खत्म करके बाबा रामदेव रामलीला मैदान में एक बार फिर आंदोलन करेंगे, इसके साथ ही उन्होंने सरकार को चैलेंज दिया है कि अगर सरकार में सामने से वार करने की हिम्मत हो तो सीने पर मारे गोली। बाबा ने ग्वालिर में आंदोलन के दौरान कहा कि उन्हें अपने बयान पर थोड़ा भी अफसोस नही है।
बाबा के किस बात पर उठा है विवाद
भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के दौरान बाबा ने कहा था कि संसद के भीतर हत्यारे, लुटेर और जाहिल बैठे हैं। बाबा रामदेव ने कहा है कि संसद में कुछ लोग अच्छे भी है मगर ज्यादातर लोग हैवान हैं। बाबा रामदेव सांसदों पर इस कदर हमलावर हुए कि उन्होंने सांसदों को पैसों का यार और गुलाम तक कह डाला।
बाबा रामदेव ने कहा कि संसद में बैठे लोग सत्ता के पात्र नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की संसद को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि 543 रोगी हिंदुस्तान चला रहे हैं। हमने उन्हें कुर्सी पर बैठा दिया है लेकिन उन्हें कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। वो देश चल रहे हैं क्योंकि हमने ऐसा ही सिस्टम बनाया है। बेईमान, भ्रष्ट लोगों से संसद को भी बचाना है।
बाबा रामदेव के इस आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद खासा हंगामा खड़ा हो गया है और चारों तरफ से प्रतिक्रियाएं आनी शुरु हो गई।