राष्ट्रपति अफ्रीका रवाना, होगी समुद्री लुटेरों पर चर्चा
पाटिल के सम्मान में सोमवार को रात्रिभोज की मेजबानी करने वाले सेशल्स के राष्ट्रपति जेम्स मिशेल ने कहा कि चाहे समुद्री डकैतों से हमारे महासागर की शांति एवं सुरक्षा का बचाव करना हो या अपने-अपने देश की जनता की खातिर अपनी आर्थिक क्षमताओं को मजबूत करना हो, सेशल्स और भारत ने दिखाया है कि हम साथ मिलकर निर्णायक तरीके से काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमारे महासागर को अराजकता का राजमार्ग नहीं बल्कि एक बार फिर से विकास की जगह बनाने के सिलसिले में हमारी जलसीमा में गश्त करने, हवाई निगरानी और अत्याधुनिक रडार प्रणाली स्थापित करने के लिए भारत के समर्थन पर हम उसका शुक्रिया अदा करते हैं। समुद्री डकैतों से मुकाबले के लिए भारत और सेशल्स की दृढ़ता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, हम सब जानते हैं कि यह विशाल महासागर है और समुद्री डकैतों ने इस आकार को हथियार की तरह इस्तेमाल किया है। लेकिन हम जानते हैं कि हमारी साझेदारी और मित्रता टिकाउ है और ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए हमें प्रतिबद्धता प्रदान करती है।
राष्ट्रपति
पाटिल
की
यात्रा
को
मील
का
पत्थर
करार
देते
हुए
मिशेल
ने
कहा
अनिश्चितता
के
इस
समय
में
वैश्विक
अर्थव्यवस्था
में
भारत
के
दमदार
प्रदर्शन
को
महत्व
दिया
गया
है।
मिशेल
ने
कहा,
हम
इस
बात
को
लेकर
आश्वस्त
हैं
कि
जब
भारत
दमकता
है
तो
इसकी
चमक
हमारे
समूचे
क्षेत्र
पर
पड़ती
है।
उन्होंने
कहा,
मैं
इस
बात
लेकर
आशावान
हूं
कि
निकट
भविष्य
में
व्यापार,
निवेश,
पर्यटन
एवं
परिवहन
जैसे
क्षेत्रों
में
भी
आपसी
संबंधों
में
इजाफा
होगा।
चूंकि
सेशल्स
भी
तेल
खोजने
की
कगार
पर
है
और
भारत
भी
अक्षय
उर्जा
प्रौद्योगिकी
के
उत्पादन
में
लगातार
इजाफा
कर
रहा
है
तो
मैं
भी
दोनों
देशों
के
बीच
नयी
उर्जा
साझेदारी
को
लेकर
आश्वस्त
हूं।
सेशल्स के दो दिवसीय दौरे की खास बात यह रही कि राष्ट्रपति पाटिल को कल मेजबान देश की संसद को संबोधित करने का सम्मान मिला। वह किसी देश की पहली ऐसी नेता हैं जिन्हें यह सम्मान मिला। भारत जहां विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है वहीं सेशल्स दुनिया का सबसे छोटा गणराज्य है जिसकी आबादी महज 90,000 है। दोनों देशों की संसद के बीच भारत की ओर से सहयोग बढ़ाने की चाहत का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पहले देश के तौर पर भारत को नेशनल असेंबली में संबोधित करने का मौका देना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है।
भारत ने सेशल्स के लिए 7.5 करोड़ डॉलर के आर्थिक पैकेज की भी घोषणा की और दो सहमति पत्रों पर भी हस्ताक्षर किए। भारत सेशल्स को 5.0 करोड़ डॉलर कर्ज के तौर पर जबकि 2.5 करोड़ डॉलर अनुदान के रूप में देगा।