लखनऊ में खुलेगा अमेरिकन कम्युनिटी कॉलेज
इसके लिए केंद्र सरकार के मानव संस्थान मंत्रालय के साथ बातचीत अभी जारी है। ये बातें अमेरिकी दूतावास के पब्लिक अफेयर्स विभाग के काउंसलर माइकल पैलेटियर ने कहीं। यह उत्तर प्रदेश का पहला अमेरिकन कार्नर है। जबकि पटना, दिल्ली, मुंबई, गुवाहाटी, चंडीगढ़, बेंगलुरु, अहमदाबाद और चेन्नई में अमेरिकन कार्नर पहले ही खोले जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अगर देश में कम्युनिटी कालेज खुलता है तो इससे लोगों को रोजगारपरक शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा का भी लाभ मिलेगा जिससे वो ग्रूम कर सकेंगे। माइकल ने कहा कि कम्युनिटी कालेजों में स्थानीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई कराई जाती है। जिससे वहां के लोगों को समस्याओं से निजात मिलेगी।
अगर देश में कम्युनिटी कालेज खोला गया तो क्षेत्रीय समस्याओं और वातावरण को ध्यान में रखकर सिलेबस तैयार किये जाएंगे। इसके लिए स्थानीय समस्याओं को अध्ययन किया जाएगा। भारत कृषि प्रधान देश है इसलिए कृषि विज्ञान और उद्यान से संबंधित कोर्स अवश्य चलाये जाएंगे। अमेरिकन कार्नर के बारे में माइकल ने कहा कि इसके माध्यम से दोनों देशों की बीच की जानकारियां साझा होंगी। यहां के लोगों अमेरिका से जुड़ी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। इस अवसर पर आईटी कालेज की प्रिंसिपल डा. ईएस चार्ल्स, बायोटेक पार्क के सीईओ डा. पीके सेठ और लखनऊ विविद्यालय की प्रो. निशि पाण्डेय ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई ।