अगवा जिलाधिकारी के मिले सुराग, वह हैं सुरक्षित
हालाकि उन्होंने सुरक्षा कारणों से इसकी जानकारी देने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है हम चाहते हैं कि जिलाधिकारी को कोई नुकसान नहीं पहुंचे इसलिये पुलिस द्वारा कोई भी कदम जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता। जिलाधिकारी मेनन के साथ क्षेत्र के ग्राम सुराज अभियान में शामिल अधिकारियों से पूछताछ की गई है।
उनसे पता चला कि घटनाक्रम के दौरान लगभग 50 नक्सली मौजूद थे। इनमें से कुछ ग्रामीणों के वेश में थे जबकि लगभग 20 हथियारबंद थे। इनमें महिला नक्सली भी थी। मेनन जब माझीपारागांव में सभा कर रहे थे तब नक्सली मंच के पीछे की ओर आये और उन्होंने जिलाधिकारी के गार्ड किशुन कुजूर पर हमला कर दिया।
दूसरे गार्ड अमजद खान ने नक्सलियों पर जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक नक्सली के मारे जाने की सूचना है। फिर नक्सलियों ने गार्ड अमजद खान को भी गोली मार दी और जिलाधिकारी को घेर कर जंगल की ओर ले गये। नक्सलियों ने गार्ड से एके 47 और पिस्टल भी लूट ली।