चुनाव आयुक्त की तलाश में यूपी सरकार
सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी श्री भौनवाल पिछली मायावती सरकार द्वारा एक जून 2007 को नियुकत किये गये थे। आयुक्त का कार्यकाल पांच वर्ष अथवा 65 वर्ष की आयु होने तक होता है। पांच अप्रैल को 65 वर्ष की आयु पूरी होने से एक दिन पहले चार अप्रैल को ही उन्होंने यह पद छोड़ दिया। नगर निकाय के चुनाव के मद्देनजर राज्य सरकार को जल्द ही राज्यचुनाव आयुकत की तैनाती करनी है।
राज्य चुनाव आयुक्त पद की दौड़ में तीन अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी सतीश कुमार अग्रवाल, जय शंकर मिश्र तथा गंगादीन यादव अग्रणी माने जा रहे हैं। वर्ष 1974 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी श्री अग्रवाल सपा से अपनी नजदीकियों के कारण इस पद के प्रमुख दावेदार हैं।
वह सपा की पिछली सरकार में प्रमुख सचिव गृह तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग थे। वर्ष 2007 में मायावती सरकार आते ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था और उनकी बहाली दो वर्ष बाद ही हो सकी थी। वह 2011 में सेवा निवृत्त हो गये थे। केन्द्र सरकार में खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष रहे 1980 बैच के जयशंकर मिश्र 31 मार्च को ही सेवानिवृत हुए हैं।
उनका पुत्र अभिषेक मिश्र प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से स बद्ध राज्य मंत्री हैं और सरकार में काफी महत्वपूर्ण स्थिति में समझा जाता है। मूलत: सहकारी सेवाओं के अधिकारी गंगादीन यादव को राज्य मेंसपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की तत्कालीन सरकार ने 1989 में आईएएस कैडर में नामित किया था। तब से ही वह सपा के काफी नजदीक रहे हैं।
गंगादीन यादव 62 वर्ष के हैं और तीन वर्ष के लिये ही राज्यचुनाव आयुकत रह सकते हैं। उनके पक्ष में यह है कि उनको आयुकत बनाने के बाद तीन वर्ष बाद उनके स्थान पर सरकार का अन्य पंसदीदा अफसर नियुकत किया जा सकता है।