बंद कमरे में होगी मनमोहन और जरदारी की मुलाकात
दोनों देशों के नेता कई मुद्दों पर खुलकर बात कर सक इसलिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है। हालांकि अधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है। ऐसा बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति जरदारी के साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो भी आ रहे है। मनमोहन सिंह द्वारा जरदारी को दिए गए भोजन निमंत्रण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हो सकते है।
अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर जाने से पहले आठ अप्रैल को जरदारी मनमोहन सिंह के निमंत्रण पर जाकर मुलाकात करेंगे। इससे पहले वर्ष 2005 में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुर्शरफ के दौरे के बाद से पाकिस्तान का पहला दौरा होगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात के दौरान भाजपा ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वे मुलाकात के दौरान हाफिज सईद और दाऊद इब्रहिम को भारत के हवाले करने की मांग करे। जिससे भारत में उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सके। भाजपा के प्रवक्ता तरूण विजय ने कहा कि हम भारत की धरती पर जरदारी का स्वागत करते है।
हमारे प्रधानमंत्री उनसे स्पष्ट कहें कि हमको हाफिज सईद और दाऊद इब्रहिम सौपा जाए। भारत इन लोगो के खिलाफ पर्याप्त सबूत दे चुका है, उसके बावजूद पाकिस्तान उनको आश्रय दे रहा है। सईद का मामला पाकिस्तान का ही मामला नहीं, वह कई भारतीयों की हत्या का आरोपी है। सिंह को जरदारी से साफ साफ कहने चाहिए कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ आतंकवाद रोकना होगा।