देश की सुरक्षा को ही सर्वोच्च प्राथमिकता: एंटनी
उन्होंने कहा कि रक्षा से जुड़े मुद्दों को सार्वजनिक बहस का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार रक्षा तैयारियों और सेना को आधुनिक हथियार उपलब्ध कराने और आधुनिकीकरण के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। एक समाचार पत्र की खबर के अनुसार, सेना प्रमुख ने अपने पत्र में दावा किया कि देश के संपूर्ण टैंक दस्ते में गोला बारूद की भारी कमी है। वायु रक्षा प्रणाली 97 फीसदी पुरानी पड़ चुकी है। तोपखाना में खामीयुक्त हथियार हैं तथा रात्रि के दौरान लड़ाई में काम वाले उपकरणों की कमी है।
जनरल सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि खरीद की प्रक्रियाओं और प्रस्तावों पर विचार करने में खोखलापन है तथा हथियार विक्रेताओं के लिए कई कानूनी अड़चनें हैं। विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने पत्र के मीडिया में लीक होने पर चिंता जताते हुए कहा कि गोपनीय समझे जाने वाले मामलों को मीडिया में लीक नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह तरह के लीकेज को अनुमति दी गयी तो यह कहने का कोई मतलब नहीं रह जाता कि इस तरह के मामलों पर कटुतापूर्ण बहस नहीं होनी चाहिए। माकपा के सीताराम येचुरी ने कहा कि सेना प्रमुख द्वारा प्रधानमंत्री को देश की सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामले पर लिखे गये एक पत्र का लीक होना बेहद चिंता का विषय है और इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि लीकेज के जिम्मेदार लोग को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए और यह करते समय इस बात को नहीं देखा जाना चाहिए कि वह रक्षा प्रतिष्ठान या नागरिक प्रशासन में किस पद पर बैठा है। जदयू के शिवानंद तिवारी ने कहा कि हमारे देश में फौज राजनीति से अलग रही है। पिछले कुछ दिनों से मीडिया में फौज से जुड़ी जो खबरें आ रही हैं, सरकार ने ऐसे मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की तो गलत नजीर बन जाएगी।