चीन की धमकी, सागर से दूर रहे भारत
भारत में इस विवादित क्षेत्र में शामिल नहीं होने को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में द्वीपों की संप्रभुता एक बड़ा मुद्दा है और भारत को मुद्दा हल होने तक तेल उत्खनन नहीं करना चाहिए। यहां आए भारतीय पत्रकारों के एक समूह से बाचचीत में सुन ने कहा कि हम क्षेत्र में साझा विकास चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष इन विवादों में नहीं पड़ेगा। हमें उम्मीद है कि भारत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और कुछ करेगा।
यह पूछे जाने पर कि वियतनामी तेल ब्लाकों में भारत की उत्खनन परियोजनाओं पर चीन क्यों आपत्ति कर रहा है, जबकि चीन की कंपनियां पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में ढांचागत परियोजनाएं चला रही हैं, उन्होंने कहा दोनों मुद्दे पूरी तरह से भिन्न हैं। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से भिन्न मुद्दे हैं। जहां तक कश्मीर का संबंध है, हमने हमेशा कहा है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है और भारत व पाकिस्तान को इसे आपस में हल करना चाहिए।