सौर तूफान से तबाह हो सकती है धरती
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह इसके आवेशित कणों की गति 40 लाख मील प्रतिघंटा थी। नेशनल ओसियैनिक एंड एटमोसफेरिक एडमिंस्ट्रेशन (एनओएए) के अंतरिक्ष मौसम विज्ञानी जोसेफ कंशेस ने बताया कि अंतरिक्ष का मौसम पिछले 24 घंटे के दौरान बहुत रोचक हो गया है। कंशेस के हवाले से स्पेस डॉट कॉम ने बताया है, यह सुपर टयूजडे है नासा के कई अंतरिक्षयानों ने सौर ज्वालाओं की उस वक्त तस्वीरें ली है जब इसने अंतरिक्ष में सौर प्लाज्मा और आवेशित कणों को प्रभावित किया, जिसे कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) कहा जाता है।
सीएमई के पृथ्वी पर प्रत्यक्ष रूप से पहुंचने की उम्मीद नहीं है लेकिन आवेशित कणों के बादल पृथ्वी से चमकते हुए दिखाई पड़ सकते हैं। कंशेस ने बताया कि पूर्वानुमान के मुताबिक सीएमई के आज शाम पांच बजे (भारतीय समय) पृथ्वी पर पहुंचने की उम्मीद है और इसका असर 24 घंटे तक रह सकता है।