उत्तर प्रदेश के बच्चे गणित में अव्वल
विशेष रूप से स्कूली बच्चों के गणित और भाषा ज्ञान में व्यापक सुधार दर्ज किया गया है जबकि पर्यावरण अध्ययन के मामले में तमिलनाडु के बाद यूपी का नंबर आता है। राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के नेशनल अचीवमेंट सर्वे रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं। चुनावी मौसम में विरोधियों खासकर कांग्रेस के निशाने पर रही उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एनसीईआरटी की यह रिपोर्ट राहत भरी हो सकती है। जब देश के ज्यादातर राज्यों में स्कूली शिक्षा के स्तर में गिरावट दर्ज की गई तब उत्तर प्रदेश ने इस मोर्चे पर सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रिकार्ड बनाया है।
हाल ही में स्कूली शिक्षा पर जारी पीसा तथा असर की रिपोर्ट के बाद आई एनसीईआरटी की रिपोर्ट ज्यादा व्यापक है। सर्वे में 31 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 271 जिलों को शामिल किया गया। इन जिलों के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के 6411 स्कूलों से पांचवी कक्षा के 1,17,653 बच्चों पर अध्ययन के बाद जो आंकड़े आए हैं वे असर व पीसा रिपोर्ट से काफी अलग हैं।
भाषा ज्ञान की परीक्षा में यूपी के 41.80 फीसदी छात्रों ने अस्सी से ज्यादा अंक हासिल किए जबकि दूसरे स्थान पर दूसरे स्थान पर रहे तमिलनाडु के 27.70 फीसदी बच्चे अस्सी से ज्यादा अंक हासिल कर सके। इसी तरह गणित में उत्तर प्रदेश के 44.50 छात्रों ने अस्सी फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किए जबकि दूसरे स्थान पर रहे तमिलनाडु के 25.60 फीसदी बच्चे इस श्रेणी में थे। पर्यावरण परीक्षा में तमिलनाडु के 40.80 फीसदी बच्चों ने अस्सी से ज्यादा अंक हासिल किए जबकि यूपी के 31.10 प्रतिशत छात्र अस्सी फीसदी से ज्यादा अंक हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सभी विषयों में ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों ने शहरी बच्चों को बराबर की टक्कर दी है। गणित में उन्हें थोड़े अंक कम मिले हैं वहीं भाषा और पर्यावरण अध्ययन में उन्होंने शहरी बच्चों से ज्यादा अंक हासिल किया है। उल्लेखनीय है कि दूसरे चक्र की 2006-07 में आई रिपोर्ट की तुलना में उत्तर प्रदेश ने ताजा सर्वेक्षण में सर्वाधिक वृद्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश ने भाषा ज्ञान के मामले में 18.43 फीसदी, गणित में 19.52 फीसदी तथा पर्यावरण अध्ययन में 16.28 फीसदी वृद्धि हासिल की है।
वृद्धि हासिल करने वाले अन्य राज्यों में तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्य भी हैं। स्कूली स्तर पर गणित के मामले में कई राज्यों की नकारात्मक ग्रोथ रही है। मुख्य रूप से केरल, गोवा, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश सहित 12 राज्यों में स्कूली स्तर पर गणित की शिक्षा में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।