हिरणों के शिकारियों पर तुरंत कसे शिकंजा: बिश्रोई
सांसद ने कहा कि दुर्लभ प्रजाती के जीवों का शिकार करना गंभीर अपराध है और ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए। हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान आदमपुर क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के 4 काले व 2 मादा हिरणों का शिकार तथा सिरसा जिले के गांव जंडवाला बिश्नोईयान में चार हिरणों की मौत से वन्य जीवों के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।
दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों की रक्षा करने में वन्य प्राणी एवं जीव रक्षा विभाग पूरी तरह से विफल रहा है और पिछले काफी समय से हरियाणा में काले हिरणों का शिकार हो रहा है। काले हिरणों के लगातार हो रहे शिकार से बिश्नोई समाज समेत हर वर्ग के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।
हजकां अध्यक्ष ने कहा कि आदमपुर क्षेत्र में हिरणों के अलावा नीलगाय, चिंकारा, खरगोश, मोर, तीतर, चील आदि वन्य जीव कभी बहुतायत मात्रा में आसानी से पाए जाते थे, परंतु पिछले कुछ वर्षों से यहां जंगलों की अंधाधुंध कटाई एवं वन्य जीवों के शिकार से इनकी संख्या में भारी कमी आई गई है और कई प्रजातियां तो यहां लुप्त होने के कगार पर है। वन्य जीवों की लगातार घटती संख्या से पर्यावरण के लिए भी घातक सिद्ध हो सकती है, इसलिए सरकार को दुलर्भ प्रजाति समेत वन्य जीवों की रक्षा के लिए विशेष कदम उठाने चाहिएं।