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टाउनशिप में फ्लैट के नाम पर करोड़ों ठगे

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Town Ship
दिल्ली (ब्यूरो)। राजधानी में दफ्तर खोल कर मुरादाबाद में टाउनशिप बसाने का सपना दिखानेवाले ठग करोड़ों रुपये लेकर भाग गए हैं। कनाट प्लेस और दिलशाद गार्डन में उन्हों दफ्तर खोला था। लोगों को बताते थे कि टाउनशिप मकान बुक कराओ दो दो साल में दोगुनी कीमत मिल जाएगी। निवेश के लिहाज से दिल्ली के तमाम लोग उसके झांसे में आ गए।

मुगल हेरीटेज नाम से टाउनशिप विकसित करने का दावा करते हुए एक निजी फर्म ने राजधानी में दो ऑफिस खोले और इसके लिए जमकर प्रचार भी किया। करोड़ों की गाढ़ी कमाई बटोरने के बाद कंपनी संचालक दफ्तरों पर ताला जड़कर फरार हो गया। जालसाजी के शिकार एक व्यक्ति की शिकायत पर न्यू अशोक नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

शिकायतकर्ता असलम अहमद ने बताया कि वह सपरिवार सिटी अपार्टमेंट, वसुंधरा एंक्लेव में रहते है। वर्ष 2007-08 में अखबारों और राजधानी में लगी होर्डिंग से उसे मुरादाबाद में विकसित की जा रही मुगल हेरीटेज नामक एक टाउनशिप के बारे में जानकारी मिली। यह टाउनशिप खान इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बसा रही थी। इसके लिए कंपनी ने राजधानी के कनाट प्लेस स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर व दिलशाद गार्डन में अपना दफ्तर खोले। असलम ने कंपनी से एक प्लॉट लेने के लिए संपर्क किया। इसके बाद खुद को कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर बताने वाला नौशाद खान नामक व्यक्ति पीड़ित के वसुंधरा स्थित घर पहुंचा। जून 2008 में नौशाद ने मुरादाबाद ले जाकर असलम को साइट दिखाई। जहां उसे साइड ऑफिस बनाने के साथ होर्डिंग भी लगा रखी थी।

काफी तसल्ली के बाद असलम ने 300 गज का प्लॉट 6.45 लाख रुपये में तय किया। अगस्त 2008 में असलम ने 2.25 डाउन पेमेंट करने के बाद 8735 रुपये के कुछ चेक नौशाद को दिए, जिन्हें नौशाद ने कैश करा लिया, लेकिन फरवरी 2009 में जब असलम मुरादाबाद साइट पर पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। साइट पर न तो कोई दफ्तर था और न ही कंपनी का कोई होर्डिंग। परेशान असलम ने नौशाद व कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की। इस पर नौशाद ने अपनी परेशानी का वास्ता देते हुए बाद में बात करने को कहा। जून 2010 तक असलम डाउन पेमेंट के अलावा कुल 3.91 लाख रुपये कंपनी को दे च्रुका था। इसके बाद नौशाद ने फोन उठाना बंद कर दिया।। मार्च 2011 में असलम ने नौशाद की कंपनी को लीगल नोटिस भिजवाया।

कंपनी ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। असलम को पता चला कि आरोपी दिलशाद गार्डन और कनॉट प्लेस के अपने दफ्तर बंद कर फरार हो गया है। बाद में असलम को पता चला कि आरोपियों ने उसके अंकल समेत सैकड़ों लोगों को इसी तरह करोड़ों रुपये का चूना लगाया है। इस बारे में पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर छानबीन के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

Comments
English summary
Thugs opened offices in Delhi .They had opened an office in Connaught Place and Dilshad Garden. They tell people that the Book flat in Town Ship, prices will double in two years.
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