भंवरी केस: नहर से मिली घड़ी, हड्डी और दांत
भंवरी के अवशेषों की तलाश कर रही गोताखोरों की टीम को नदी से घड़ी, हड्डी और दांत मिला है। ये अवशेष किसके हैं इसके लिए जांच की जाएगी। यह घड़ी पिछले साल सितंबर से लापता है। सीर्बीआइ ने नहर के पास के कई स्थानों से जांच के लिए मिट्टी के नमूने भी लिए।
सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया हम भंवरी देवी की घड़ी की तलाश के लिए नजदीकी नहर का पानी निकाल रहे हैं। एक आरोपी ने दावा किया था कि उसने भंवरी के शरीर के अवशेषों के साथ उस घड़ी को भी वहीं डाला था। सीबीआई ने राजस्थान सरकार से आग्रह किया था कि वह नहर में पानी की आपूर्ति रुकवा दे जिसके बाद प्रदेश सरकार ने आज सुबह पानी रुकवा दिया।
सीर्बीआइ के निदेशक एपी सिंह और अतिरिक्त निदेशक सलीम अली ने कल फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ उस स्थान का भी दौरा किया था जहां अपहरण के बाद कथित तौर पर नर्स भंवरी को जलाया गया था।
सीबीआई इन दोनों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई जहां उसने पूरी घटना को नाटकीय तौर पर पेश कराया। कथित तौर पर आरोपियों बिशनराम और कैलाश जाखड़ ने भंवरी देवी के शरीर के अवशेष जालोदा गांव की नहर में बहाए थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीएसएफएल का एक दल सीबीआई के साथ जाकर सबूत एकत्रित कर रहा है। दल इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या आज मिली चीजों का इस मामले से कोई संबंध है।
दूसरी ओर जोधपुर की एक स्थानीय अदालत ने आज आरोपी महिपाल मदेरणा और पारसराम की न्यायिक हिरासत 20 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी। इनके अलावा इस मामले में और भी कई गिरफ्तारियां की गई थीं। लगभग 4 महीने के बाद सीबीआई इस केस के अंतिम नतीजों पर पहंचती हुई दिखाई दे रही है।