इलयास कश्मीरी ने हेडली को सौंपा था भारत पर हमलों का ठेका
वह कश्मीरी के इशारे पर ऐसा कर रहा था जिसने अपने हरकत-उल-जेहाद इस्लामिया के 313 ब्रिगेड को अल-कायदा में मिला लिया था। आरोप पत्र के मुताबिक मार्च 2009 में भारत पहुंचने से पहले हैडली ने फरवरी में उत्तर वजीरिस्तान के मिरांसा इलाके में इलयास कश्मीर से मुलाकात की थी जहां उसे चबाड हाउस का अंतिम बार मुआयना करने के लिए निर्देश दिया गया था।
एनआईए के आरोप पत्र के साथ कई दस्तावेज भी हैं, जिसमें 26/11 के हमलों के बाद भारत लौटने में हैडली के डर के बारे में कहा गया है कि उसने अपने सहयोगी तहव्वुर राणा से मुलाकात कर अपने अपहरण की आशंका व्यक्त की थी। दोनों ने ईमेल खाता मूवी.मनी एट याहू डॉट कॉम खोला जिसमें हैडली ने अपनी संपत्ति और देनदारियों का ब्योरा दिया।
वहां उसकी मुलाकात एक यहूदी दंपति से हुई और उसने इस धर्म के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाने की कोशिश की। दंपति ने उसे गोवा में चबाड हाउस का पता दिया। आरोप पत्र के अनुसार हेडली दिल्ली से राजस्थान के पुष्कर गया जहां उसने एक यहूदी प्रार्थना घर के सामने एक कमरे में रहने की कोशिश की।
होटल स्टाफ ने एनआईए को दिये अपने बयान में कहा कि 50 वर्षीय हेडली ने पुष्कर में यहूदी केंद्र के प्रार्थना घर के ठीक सामने वाले कमरे में रहने पर जोर दिया था। तीन दिन वहां रहने के बाद हेडली गोवा चला गया जहां वह अरब सागर के तट पर अंजुना में एक गेस्ट हाउस में रहा। वहां से वह पुणे गया और कोरेगांव पार्क का मुआयना किया।
पहले समझा गया था कि हेडली वहां ओशो आश्रम में आने वाले विदेशियों को निशाना बनाना चाहता था लेकिन बाद में पता चला कि उसने इलाके के यहूदी प्रार्थना केंद्र को निशाना बनाने के लिए मुआयना किया था। बाद में हेडली मुंबई रवाना हो गया जहां वह फिर कफ परेड गया। हेडली को एफबीआई ने अक्तूबर 2009 में गिरफ्तार कर लिया जब वह डेनमार्क की उड़ान पकड़ने वाला था।