कल होगा साल का अंतिम पूर्ण चंद्र ग्रहण
यह केवल तभी होता है जब सूर्य-पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में हों। इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फार एस्टोनामी एंड एस्टोफिजिक्स (आईयूसीएए) के अरविन्द परांजपे ने कहा कि जाड़े की रात में घटना का जबर्दस्त नजारा देखने का मौका मिलेगा। ग्रहण भारतीय समयानुसार रात आठ बजकर एक मिनट 50 सेकंड पर अपने चरम पर होगा। यह शाम पांच बजकर दो मिनट से शुरू होगा और रात 11 बजकर दो मिनट पर खत्म होगा।
प्रतिछाया चरण शाम छह बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा और रात नौ बजकर 48 मिनट तक चलेगा। पूर्ण चरण की शुरुआत शाम सात बजकर 36 मिनट पर होगी और यह रात आठ बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगा। समूचा घटनाक्रम एशिया और आस्ट्रेलिया से देखा जा सकेगा। साइंस पापुलराइजेशन एसोसिएशन आफ कम्युनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स (स्पेस) के सीबी देवगन ने कहा कि यूरोप और अफ्रीका के पर्यवेक्षक ग्रहण के शुरुआती चरण नहीं देख पाएंगे क्योंकि ये चंद्रमा के उदित होने से पहले घटित होंगे।
वहीं आंध्र प्रदेश के तिरूमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के प्रसिद्ध मंदिर को शनिवार को चंद्र ग्रहण के दौरान दोपहर 12 बजे से लेकर रात साढ़े 10 बजे तक बंद रखा जाएगा। चंद्र ग्रहण के दौरान तिरूमाला मंदिर को 10 घंटे के लिए मंदिर को रखा जाएगा बंद मंदिर के सूत्रों ने बताया कि इस अवधि के दौरान पूजा पाठ के पारंपरिक अनुष्ठान एवं संस्कार नहीं किये जाएंगे।
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सूत्रों ने बताया कि इस दौरान यहां मुफ्त भोजन भी नहीं कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुजारियों द्वारा पारंपरिक शुद्धिकरण की प्रक्रिया के बाद रात के 11 बजे के बाद ही प्रभु के दर्शन किये जा सकेंगे।