यूपीए मंत्रियों में होड़ ' कौन बनेगा करोड़पति'?
हाल ही में प्रधानमंत्री ने अपने सभी मंत्रियों ने अपनी जायदात को सार्वजनिक करने के लिए कहा था। इसके बाद मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था। इस ब्यौरे में हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सबसे गरीब और प्रफुल पटेल सबसे अमीर मंत्री बने। मंत्रियों की संपत्ति पर जो पिछली रिपोर्ट आई थी उसमें मंत्रियों की ओसत संपत्ति 3 करोड़ थी जो 2 साल के भीतर ही बढ़कर 10.3 करोड़ हो गए हैं। यानि पिछले 2 सालों में जनता महंगाई और भ्रष्टाचार की वजह से भले कंगाल हो गई हो लेकिन ये मंत्री मालामाल हो गए हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में करोड़पतियों की पायदान में पहले नंबर पर काबिज प्रफुल पटेल के पास 122 करोड़ की संपत्ति है। 2 साल पहले 2009 में इनके पास 80 करोड़ की संपत्ति थी। दूसरे नंबर पर है सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एस जगाथरक्षन का आता है जिनके पास 70 करोड़ की संपत्ति है। इनके पास 2009 में केवल 5.9 करोड़ की संपत्ति थी। इसके बाद शहरी विकास मंत्री कमल नाथ का नंबर आता है जिनके पास 41 करोड़ की संपत्ति है। 2 साल पहले इनके पास 14 करोड़ की संपत्ति थी।
मनमोहन की केबिनेट में 15 ऐसे मंत्री हैं जिनकी संपत्ति में 2009 के मुकाबले कमी आई है। इनमें पी चिदंबरम, एस जयपाल रेड्डी, फारुख अबदुल्ला, जयराम रमेश, एसएम कृष्णा, जीके वासन, अगाथा सगमा, प्रतीक पी पाटिल, वीरभद्र सिंह, आरपीएन सिंह, डी नेपोलियन, विसेंट पाल, जितिन प्रसाद, वीरप्पा मोइली और पुनीत कौर के नाम शामिल हैं। इसमें सबसे खास है कि जहां मनमोहन की मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री करोड़ों की कार से चलते हैं वहीं मनमोहन सिंह खुद मारूती 800 कार से चलते हैं।