संदीप दीक्षित के 10 लाख लौटाने वाले को 2 हजार का ईनाम
रेलवे ने यह बैग पुलिस को सौंप दिया है। रेलवे का कहना है कि अब इस मामले में रेलवे का कोई रोल नहीं है कि पैसों से भरा यह बैग किसका है। रेलवे के कर्मचारी ने ईमानदारी के साथ पैसों से भरा बैग सौंप दिया था। जिसे पुलिस को सौंप दिया गया है। अब यह बैग किसका है इसका पता लगाने का काम पुलिस का है। अभी तक यह खबर नहीं आई है कि कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित पैसों से भरा अपना बैग वापस लेने आए हैं या नहीं।
गौरतलब है कि सांसद संदीप दीक्षित दिल्ली से हबीबीगंज जाने वाली भोपाल एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे। इस ट्रेन के उसी बर्थ से 10 लाख रुपयों से भरा बैग मिला था जो उनके नाम से बुक थी। इसके बाद इस बारे में संदीप दीक्षित से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि यह बैग उनके दोस्त जयेश माथुर का है। जो पेशे से आर्किटेक्ट हैं। उन्होंने ये बैग उन्हें दे दी थी लेकिन, वो बैग ले जाना भूल गए।