एफबीआई ने जानबूझकर फई को गिरफ्तार करने में देरी की
ऐसा भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमेरिका को उस समय ही आतंकी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में होने की जानकारी थी। जिस वजह से अमेरिका किसी भी वजह से पाकिस्तान से अपने संबंध खराब नहीं करना चाहता था। इसीलिए एफबीआई को फई की गिरफ्तारी करने से रोका गया था। जब अमेरिकी सेना ने आतंकी ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान से खोजकर मार डाला उसके बाद से फई की गिरफ्तारी की इजाजत एफबीआई को मिल गई थी।
फिलहाल अमेरिका की इस कार्रवाई से इतना साफ हो गया है कि वह सब कुछ अपने हिसाब से करता है। उसे पता था कि फई काफी समय से आईएसआई के लिए काम कर रहा था। उसके बाद भी उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
वाशिंगटन।
अमेरिकी
संघीय
जांच
एजेंसी
एफबीआई
आईएसआई
के
एजेंट
गुलाम
नबी
फई
को
इस
साल
के
शुरू
में
ही
गिरफ्तार
कर
लेना
चाहती
थी।
लेकिन
अमेरिकी
विदेश
विभाग
और
सीआईए
ने
ऐसा
करने
नहीं
दिया।
अमेरिका
के
विदेश
विभाग
या
सीआईए
ने
एफबीआई
से
कहा
था
कि
अगर
फई
को
गिरफ्तार
किया
जाएगा
तो
अमेरिका
पाकिस्तान
के
द्विपक्षीय
संबंधों
पर
असर
प़ड़
सकता
है।