2जी स्पेक्ट्रम पर मनमोहन व चिदंबरम इस्तीफा दें: नितिन गडकरी
पत्रकारों
से
बात
करते
हुए
नितिन
गडकरी
ने
कहा
कि
ए
राजा
ने
कोर्ट
में
यह
साफ
किया
है
कि
दूरसंचार
मंत्री
के
रूप
में
अपने
कार्यालय
में
उन्होंने
जितने
भी
लाइसेंसों
का
आवंटन
किया
था
उन
सबकी
जानकारी
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
और
तत्कालीन
वित्तमंत्री
पी
चिदंबरम
को
थी।
उन्होंने
कहा
कि
राजा
के
इन
आरोपों
से
साफ
हो
गया
था
कि
2जी
स्पेक्ट्रम
घोटाले
में
जितने
आरोपी
राजा
हैं
उतने
ही
आरोपी
पीएम
और
चिदंबरम
हैं।
इन
आरोंपें
के
बाद
दोनों
को
इस्तीफा
दे
देना
चाहिए।
2जी
स्पेक्ट्रम
को
स्वतंत्रता
के
बाद
का
सबसे
बड़ा
घोटाला
करार
देते
हुए
गडकरी
ने
कहा
कि
इस
पूरे
मामले
में
सारी
की
सारी
शामिल
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
कांग्रेस
अध्यक्ष
सोनिया
गांधी
हमेशा
कहती
हैं
कि
घोटालों
की
जांच
की
जाएगी
और
इसमें
जो
भी
शामिल
होगा
उनके
खिलाफ
कड़ी
कार्रवाई
की
जाएगी।
अब
बीजेपी
उनसे
पूछना
चाहेगी
कि
इस
घोटाले
में
वे
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
और
उस
समय
वित्तमंत्री
पी
चिदंबरम
को
क्या
सजा
देंगी।
वे
उन्हें
पार्टी
से
निकालने
का
साहत
क्यों
नहीं
जुटा
पा
रही
हैं।
ए
राजा
ने
कहा
था
कि
जब
वे
दूरसंचार
मंत्री
थे
तो
वित्त
मंत्री
पी
चिदंबरम
ने
ही
डीबी
रियल्टी
के
साथ
हुए
करार
को
हरी
झंडी
दी
थी
जिसकी
जानकारी
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
को
दी
थी।
गडकरी
ने
कहा
कि
इस
मामले
में
ये
दोनों
भी
संलिप्त
थे।
इनको
अपने
पद
पर
बने
रहने
का
कोई
अधिकार
नहीं
है।
गडकरी
ने
कहा
कि
यूपीए
सरकार
में
जितने
भी
घोटाले
हुए
हैं
उनमें
कांग्रेस
भी
शामिल
रही
है।
2जी
स्पेक्ट्रम
मामले
में
14
लोगों
और
3
कंपनियों
पर
मामला
चल
रहा
है।
इन
घोटालों
की
वजह
से
देश
को
30984
करोड़
का
नुकसान
हुआ
था।
ए
राजा,
कनिमोझी
इन
घोटालों
के
बाद
से
जेल
में
हैं
जबकि
एक
और
डीएमके
सांसद
और
पूर्व
दूरसंचार
मंत्री
दयानिधि
मारन
से
भी
इस
मामले
में
पूछताछ
चल
रही
है।
गडकरी
ने
कहा
कि
कांग्रेस
इस
मामले
में
डीएमके
पर
ही
पूरा
मामला
डालकर
खुद
इस
घोटाले
से
पल्ला
झाड़ना
चाहती
है।
जबकि
वो
भी
इस
मामले
में
बबराबर
की
हिस्सेदार
है।
ए राजा के इन बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि ए राजा झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले में जो भी निर्णय लिए गए वे पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने खुद लिए थे। इस मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या मुझे कोई जानकारी नहीं थी। उस समस वित्त् मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाले पी चिदंबरम ने कहा कि सारे घोटालों के लिए ए राजा ही जिम्मेदार हैं। सरकार को लाइसेंस आवंटन के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी।