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चंडीगढ़: दुकान आवंटन घोटाले में पवन कुमार बंसल का नाम

By Jaya Nigam
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चण्डीगढ़। पंजाब और हरियाणा की राजधानी एवं केंद्र शासित प्रदेश चण्डीगढ़ में छोटी दुकानों के आवंटन में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्रमुख बात ये है कि संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल इस घोचाले के केंद्र में नजर आ रहे हैं। बंसल के ऊपर आरोप है कि उन्होने इस धोखाधड़ी की जांच में 'बूथ माफिया' का साथ दिया है। बंसल के अतिरिक्त, कई वरिष्ठ नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों के नाम सामने आए हैं।

चण्डीगढ़ के उपायुक्त को हाल ही में सौंपी गई 700 पृष्ठों की जांच रिपोर्ट चण्डीगढ़ के अतिरिक्त उपायुक्त रह चुके पंजाब पीसीएस के अधिकारी पी.एस. शेरगिल ने तैयार की है। शेरगिल ने अपनी रिपोर्ट में बंसल, चण्डीगढ़ प्रशासक के सलाहकार प्रदीप मेहरा, चण्डीगढ़ के पूर्व उपायुक्त आर. के. राव, चण्डीगढ़ स्टेट कार्यालय के अन्य अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जांच के दायरे में रखा है।

रिपोर्ट में वर्ष 1989 में बजवारा बाजार में लगी आग के मुआवजे के रूप में कम दामों पर सेक्टर 41 में आवंटित की गई छोटी दुकानों के आवंटन में अनियमितताओं को रेखांकित किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि आग लगने के बाद कई लोगों ने पुलिस और प्रशासन से सांठगांठ करके लाइसेंस हासिल कर लिए।

रिपोर्ट में कहा गया, "गलत तरीके से किए गए आवंटन से करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ जिसमें कई राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और स्टेट कार्यालय के अधिकारियों को भुगतान किया गया। अवैध आवंटन को तार्किक बताने के लिए स्टेट कार्यालय द्वारा कई फर्जी सर्वेक्षण और निरीक्षण कराए गए।" कई लोगों की शिकायतों के बाद मार्च 2010 में चण्डीगढ़ प्रशासक शिवराज पाटिल ने जांच के आदेश दिए थे। शेरगिल ने इस मामले में सीबीआई जांच की अनुशंसा की है।

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English summary
Union Minister of Parliamentary Affairs Pawan Kumar Bansal has blamed in a shop allotment scam in Chandigarh.
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