भोपाल के बाद बदलेंगे उज्जैन, ग्वालियर के नाम!
शहरो के नामकरण उनकी भाषा और संस्कृति के अनुसार बदलने की परंपरा स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् हुई। इस दिशा में पहला बड़ा कदम मुंबई में हुआ। वहां शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के प्रयासों से बम्बई का नया नाम मुंबई हुआ। उसके बाद कई राज्यों ने अपने प्रमुख शहरों के नाम बदलने को हरी झंडी दी।
क्लिक करें- भोपाल के नए नाम 'भोजपाल' का ऐलान
इसी क्रम में कलकत्ता कोलकाता हुआ और बेंगलोर बंगलुरु बना अब लग रहा है की अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अपने शहरो के नाम बदलने का निश्चय कर चुके है। भोपाल का नाम भोजपाल करने के ऐलान के बाद अब मुख्यमंत्री उज्जैन समेत कई शहरों के नाम भी बदलना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने चूँकि यह घोषणा भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के समक्ष करी है, तो यह तो साफ़ है की मुख्यमंत्री को भाजपा हाईकमान का समर्थन हांसिल है। हालाँकि कांग्रेसी विधायको का कहना है की भोपाल का नाम बदलना अप्रासंगिक है। तथा वर्तमान में नाम बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक उज्जैन का नया नाम उज्जयिनी या अवंतिका हो सकता है। सरकार के पास वर्तमान में एक दर्जन से ज्यादा शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव विचाराधीन हैं। इनमें इंदौर, मंदसौर, धार, मांडू, विदिशा, अमरकंटक, औंकारेश्वर, ग्वालियर और महेश्वर, आदि शामिल हैं।