पर्यावरण अपराध से लड़ेगा इंटरपोल
'वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो' की अतिरिक्त निदेशक रीना मित्रा ने बताया, "आतंकवाद, भ्रष्टाचार, तस्करी के अलावा अब वन्यजीव अपराध भी इंटरपोल की प्राथमिकता में होगा। वैश्विक संसाधनों के संरक्षण और प्रकृति के मौलिक स्वरूप को अगली पीढ़ी के लिए बनाए रखने में यह प्रस्ताव महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
दोहा में आठ से 11 नवंबर तक आयोजित इंटरपोल महासभा के 79वें अधिवेशन में इस प्रस्ताव को स्वीकार किया गया।
इस प्रस्ताव में एक 'पर्यावरण अपराध समिति' बनाने की सिफारिश की गई और सदस्य देशों और सहयोगी संस्थाओं से आर्थिक रूप से योगदान अथवा इसमेंसेवा देने के लिए लोगों को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
भारत ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उसने कहा है कि शिकार और अवैध सीमा पार व्यापार से वन्यजीव प्रजातियों पर गहरा संकट है।
महासभा में 188 देशों के शिष्टमंडल और एक हजार से अधिक पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।