पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बर्खास्त
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगातार अनुशासनहीनता करने और पार्टी समर्थित जनता के हित वाली नीतियों का विरोध करने पर शिरोमणी अकाली दल की अनुशासन समिति द्वारा मनप्रीत को पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
प्रवक्ता ने बताया, "पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद मनप्रीत की मंत्री परिषद की सदस्यता संवैधानिक, नैतिक और राजनीतिक रूप से उचित नहीं रह गई थी।" अधिकारियों ने बताया कि मनप्रीत को मंत्रिमंडल से हटाने सम्बंधी सूचना राज्यपाल शिवराज पाटील को भेज दी गई है।
राज्य के ऊपर 70,000 करोड़ रुपये के पड़ने वाले ऋण के भार के बारे में मनप्रीत की हाल की बयानबाजी की वजह से उन्हें हटाया गया है। मनप्रीत ने मांग की थी कि राज्य को ऋण जाल से मुक्त कराने के लिए सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल को किसानों को सब्सिडी और निशुल्क बिजली मुहैया कराना बंद कर देना चाहिए।
इस बयानबाजी की वजह से मनप्रीत का उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साथ सीधा टकराव हो गया था। गौरतलब है कि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं, जबकि मनप्रीत मुख्यमंत्री के भतीजे हैं। अकाली दल की अनुशासन समिति की सिफारिश के बाद मंगलवार को ही मनप्रीत को पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
अनुशासन समिति ने मनप्रीत को मीडिया के सामने किसी भी प्रकार के बयान देने से मना किया था। इसके अलावा उन्हें स्पष्टीकरण के लिए समिति के समक्ष 20 अक्टूबर को उपस्थित होने का भी निर्देश दिया गया था।