ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग के 77 रनों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने बैंग्लौर टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक पाँच विकेट के नुक़सान पर 285 रन बना लिए हैं.
इस सिरीज़ में 1-0 से पीछे चल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लंच के बाद सिर्फ़ 33 रनों के अंदर तीन विकेट गँवा दिए थे मगर उसके बाद पॉन्टिंग की माइक हसी और मार्कस नॉर्थ के साथ हुई साझेदारियों ने टीम को उस झटके से उबरने में मदद की.
रिकी पॉन्टिंग ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था और इस धीमी पिच पर ये फ़ैसला सही भी साबित हुआ जबकि शेन वॉटसन और साइमन कैटिच ने पहले विकेट की साझेदारी में 99 रन बनाए.
उस समय 43 रनों पर खेल रहे कैटिच को हरभजन सिंह ने आउट किया.
उसके बाद उन्होंने माइकल क्लार्क को भी 14 रनों के निजी स्कोर पर बाहर का रास्ता दिखा दिया.
इसी बीच प्रज्ञान ओझा ने वॉटसन को 57 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया जबकि वॉटसन के बल्ले को छूती हुई गेंद महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में जा पहुँची.
इस दौरान वॉटसन ने नौ चौके जड़े.
इसके बाद पॉन्टिंग और हसी ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 66 रन जोड़े और पारी को आगे बढ़ाया.
उसी समय ज़हीर ख़ान की गेंद पर हसी का कैच सहवाग ने पकड़ा. मगर पॉन्टिंग की पारी जारी रही.
उन्हें सुरेश रैना ने एलबीडब्ल्यू आउट करके 58 रनों की पाँचवें विकेट की साझेदारी तोड़ी.
पहले दिन का खेल समाप्त होने तक मार्कस नॉर्थ 43 और टिम पेन आठ रन बनाकर क्रीज़ पर थे.
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने डग बॉलिन्जर की जगह पीटर जॉर्ज को शामिल किया है.
वहीं भारत ने तीन बदलाव किए हैं--गौतम गंभीर की जगह मुरली विजय, वीवीएस लक्ष्मण की जगह चेतेश्वर पुजारा और इशान्त शर्मा की जगह एस श्रीसंत को टीम में शामिल किया गया.