ऑस्ट्रेलियाई पुलिस के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग
भारतीय छात्रों ने नस्लभेदी बर्ताव के ख़िलाफ़ कई बार ऑस्ट्रेलया में प्रदर्शन किया है.
करंट लगकर जलते हुए एक भारतीय के वीडियो का मज़ाक उड़ा रहे ऑस्ट्रेलियाई पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग करने के लिए भारत सरकार ने वहां के उच्चायुक्त को बुलवा भेजा.
ऑस्ट्रेलियाई अख़बार हेरल्ड सन ने एक स्टिंग ऑपरेशन के ज़रिए इस का पर्दाफ़ाश किया जिसमें ऑस्ट्रेलियाई पुलिस के अधिकारी ये वीडियो एक दूसरे को ई-मेल के ज़रिए भेज रहे थे.
इस वीडियो में ट्रेन की छत पर सफ़र कर रहा एक भारतीय व्यक्ति करंट लगने से जल रहा है और चीख रहा है.
इन अधिकारियों के ईमेल में इस वीडियो पर जो टिप्पणियां हैं उनमें लिखा गया है: “भारतीय छात्रों को जो यहां परेशानियां हो रही हैं उससे निपटने के लिए शायद ये अच्छा तरीका हो.”
भारत सरकार ने इस नस्लवादी रवैये पर कड़ा रूख अपनाते हुए ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त को विरोध प्रकट करने के लिए बुलवा भेजा.
उच्चायुक्त पीटर वर्गीज़ से मुलाक़ात के बाद विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने कहा, “मैंने ऑस्ट्रेलिया के दूत से कहा कि ये घटना गंभीर चिंता की बात है और इस तरह के बर्ताव के लिए किसी समाज में जगह नहीं है. हम उम्मीद करते हैं कि इन अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा चिंताओं का ख़याल रखा जाएगा.”
ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त का कहना था, “हम इसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं.”
उनका कहना था, “ऑस्ट्रेलियाई सरकार, विक्टोरिया की सरकार और विक्टोरिया पुलिस के कमिश्नर सभी इस की भर्त्सना करते हैं. ये ईमेल उन मूल्यों के ख़िलाफ़ हैं जिन्हें हम ऑस्ट्रेलियाई समाज में प्रेषित करना चाहते हैं.”
हेरल्ड सन की ख़बर के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई पुलिस के कई बड़े अधिकारी भी इस मज़ाक में शामिल थे.
ऑस्ट्रेलिया में भारत के 70,000 छात्र हैं और पिछले दिनों उनके ख़िलाफ़ बढ़े नस्लवादी हमलों के बाद वहां जानेवाले छात्रों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी आई है.