ज्ञानेंद्र ने नेपाल के हालात पर चिंता जताई
काठमांडू, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम शाह में राजशाही खत्म करने की नाराजगी अभी मौजूद है। पूर्व राजा ने नेपाल के ताजा हालात पर चिंता जताई है।
धार्मिक त्योहार दशैं की पारंपरिक पूजा के लिए शुक्रवार को पाटन पहुंचे पूर्व राजा ज्ञानेंद्र (63) का यहां के लोगों ने शाही अंदाज में स्वागत किया। सिर पर राजसी छतरी धारण किए पूर्व राजा ने यहां शक्ति की देवी बगलामुखी के मंदिर का दर्शन किया और 115,000 दीप प्रज्जवलित किए।
पूर्व राजा के इस दौरे को लेकर लोगों में हालांकि संदेह था, क्योंकि सरकार ने उन पर आम सभा करने पर पिछले महीने रोक लगाई थी। लेकिन पिछले साल जनता के बीच अपने बयान से बचने वाले पूर्व राजा इस साल लोगों के बीच ज्यादा दिखने लगे हैं।
मंदिर दर्शन के दौरान पत्रकारों द्वारा नेपाल में प्रधानमंत्री के चुनाव पर सवाल किए जाने पर पूर्व राजा ने बयान देने से इंकार कर दिया। हालांकि, इस दौरान उनके चेहरे पर नाराजगी साफ देखी गई। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, "उन्हें अपनी झलक शीशे में देखनी चाहिए। मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।"
पूर्व राजा ने नेपाल में सुरक्षा की खराब होती स्थिति और आम लोगों की परेशानियों पर बात की। उन्होंने राजशाही से बेदखल करने वाले राजनीतिक दलों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा। लेकिन पूर्व राजा ने नेपाल में व्याप्त लालच, भ्रष्टाचार और अक्षमता की ओर इशारा किया।
पूर्व राजा की नाराजगी का एक कारण राजनीतिक दलों के साथ वह समझौता भी है, जिससे दल अपनी बात से मुकर गए।
उल्लेखनीय है कि राजनीतिक दलों और माओवादियों के विरोध के चलते वर्ष 2006 में राजा ज्ञानेंद्र को गद्दी छोड़नी पड़ी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।