अल्मोड़ा में बादल फटा, मलबे में 12 के दबने की आशंका (लीड-1)
अल्मोड़ा के पुलिस उपाधीक्षक सी.डी. पंत ने बताया, "जिले में दो जगह बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। एक घटना देवली गांव में तो दूसरी बब्बर खाते के पास हुई। देवली गांव में मूसलाधार बारिश में दो मकान बह गए और एक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मलबे के नीचे 12 लोगों के दबे होने की आशंका है। मलबे से एक लड़की का शव निकाला गया है। एक महिला और उसकी बच्ची को जिंदा बचा लिया गया है। राहत कार्य जारी है।"
उन्होंने बताया कि जान-माल की हुई क्षति का अभी पूरा आकलन नहीं हो पाया है। आईटीबीपी और सेना के जवान, पुलिस बल एवं प्रशासन के लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
पंत ने बताया कि घटनास्थल के आसपास दो तरफ से नाला होने के कारण राहत कार्य में देरी हो रही है। भारी बारिश के कारण भी प्रशासन को राहत कार्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बब्बर खाते के पास हुई घटना में कोई भारी क्षति नहीं हुई है।
अल्मोड़ा जिले में अतिवृष्टि के चलते जिलाधिकारी सुवर्धन ने जर्जर मकानों में रह रहे लोगों से सरकारी या गैर सरकारी भवनों में शरण लेने को कहा है। उन्होंने जनपदवासियों से विपरीत परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि सहयोग के लिए सेना सहित आईटीबीपी, एसएसबी, पुलिस एवं आपदा प्रबंधन से संबंधित दलों को सतर्क कर दिया गया है।
उधर, हरिद्वार जिले के गंगनहर थाने के तहत इब्राहीमपुर गांव में शनिवार तड़के भारी बारिश के चलते एक मकान के भरभरा कर गिर जाने से उसमें रह रहे पांच व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए।
गौरतलब है कि राज्य में गुरुवार से ही मूसलाधार बारिश जारी है। इस कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं से जानमाल का काफी नुकसान हुआ है।
मूसलाधार बारिश का दौर पूरे गढ़वाल क्षेत्र में भी जारी है। प्रशासन ने अनहोनी से बचने के लिए उत्तरकाशी जिले के सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश जारी किया है। राजधानी देहरादून में भी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लोगों को जगह-जगह जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
राज्य मौसम विभाग के अनुसार बारिश का दौर अगले 48 घंटे तक जारी रहेगा। राज्य के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।