जयपुर में 4 परखनली शिशु का जन्म
अस्पताल के आईवीएफ सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ.राकेश खूटेटा के अनुसार आईवीएफ तकनीक से गर्भधारण करने वाली जयपुर की दो महिलाओं ने सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय में जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया है। चारों बच्चियां स्वस्थ हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान में अभी तक निजी अस्पतालों में ही नि:संतान दंपतियों का इलाज होता रहा है, लेकिन अब एसएमएस अस्पताल में भी यह तकनीक सफल हो गई है। यहां इस तकनीक के पहले ही चरण में चार बच्चों का जन्म हुआ है।
राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ए.ए. खान ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों के जन्म पर उनके माता-पिता और चिकित्सकों को बधाई दी। उन्होंने चारों नवजात बच्चियों को 251-251 रुपये भेंट किए तथा उनके परिजनों को इन बच्चियों के नाम खाता खुलवा कर यह राशि खाते में जमा करवाने का आग्रह किया।
डॉ. खूटेटा ने बताया कि सवाई मानसिंह चिकित्सालय में निजी अस्पताल के मुकाबले आईवीएफ तकनीक काफी सस्ती है, इसलिए लोगों ने इस ओर अच्छा रुझान दिखाया है। पिछले वर्ष जनवरी में शुरू हुए आईवीएफ सेंटर में अब तक 600 नि:संतान दंपतियों ने पंजीकरण करावाया है।
चिकित्सा मंत्री खान ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय में आईवीएफ तकनीक पर एक दंपति को 35 हजार रुपये का खर्च आ रहा है। इसे और कम करने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवारों के लिए आईवीएफ तकनीक नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।