यौन शोषण के आरोपी चालक की परिजनों ने की धुनाई
आरोपी वैन चालक ललित रातावाल (32) को पुलिस अधिकारी न्यायालय ले जा रहे थे, तभी पीड़ित परिवार के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी।
पीड़ित बच्चों की मां ने पत्रकारों से कहा, "मेरे बच्चों का भविष्य बर्बाद हो गया। पुलिस सहानुभूति नहीं दिखा रही है और न ही अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।"
पुलिस ने बताया कि आरोपी वैन चालक करोल बाग के बापा नगर का निवासी है। वह तीनों बच्चों को अज्ञात स्थान पर लेकर जाता था, जहां वह और उसके चार साथी बच्ची और उसके दोनों भाइयों का यौन शोषण करते थे। लड़की के भाइयों की उम्र सात और 13 साल है। जबकि आरोपी के चार सहयोगियों की उम्र 18 साल से कम है।
पुलिस के अनुसार रातावाल ने बच्चों को धमकी दी थी कि यदि उन्होंने इसके बारे में किसी को बताया तो वह उनकी मां की हत्या कर देगा। इसलिए बच्चे एक साल से अधिक समय तक इस वहशीपन को झेलते रहे।
इसके बारे में लड़की ने अपनी मां को कुछ सप्ताह पहले बताया। जिसे सुनकर उसकी मां डर गइर्ं और इस बारे में पुलिस से शिकायत नहीं की। लेकिन जब एक पड़ोसी ने उनका साथ दिया तो इसकी शिकायत पुलिस से की गई।
पुलिस ने बताया कि मेडिकल जांच में लड़की के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई है। इस मामले के आरोपी रातावाल को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके साथी फरार हैं।
घटना से गुस्साए परिजन काफी सुबह मध्य दिल्ली में करोल बाग के समीप स्थित प्रसाद नगर पुलिस स्टेशन पर जुट गए और इस दौरान उन्होंने स्कूल वैन पर पथराव किया।
वहीं, आरोपी की मां ने कहा, "मेरे बेटे के बारे में कभी किसी ने शिकायत नहीं की है। उसने कुछ गलत नहीं किया है। उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है।"
गौरतलब है कि बच्चों की पिता की मौत दो साल पहले हो चुकी है। उनकी आय का जरिया किराए पर दिए गए कमरे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।